जमुई विधानसभा चुनाव 2020 में भाजपा की श्रेयसी सिंह ने RJD के विजय प्रकाश को 41,000 से अधिक वोटों से हराया। यह उनकी पहली जीत थी। इस सीट पर यादव, मुस्लिम और राजपूत वोट निर्णायक हैं, जहाँ जातीय समीकरण नतीजों को प्रभावित करते हैं।
Jamui Assembly Election 2025: जमुई विधानसभा चुनाव 2025 में भारतीय जनता पार्टी के श्रेयसी सिंह जीत गई हैं। उन्हें 123868 वोट मिले। उन्होंने 54498 वोटों से राष्ट्रीय जनता दल के मोहम्मद शमसाद आलम को हराया। जिन्हें 69370 वोट मिले। यहां पर हर बार जातीय समीकरण, स्थानीय मुद्दे और बड़े नेताओं का असर साफ दिखता है। 2020 में भाजपा उम्मीदवार श्रेयसी सिंह ने पहली बार चुनाव लड़ा और धमाकेदार जीत दर्ज की। उन्होंने आरजेडी प्रत्याशी विजय प्रकाश यादव को 41,000 से ज्यादा वोटों से हराकर भाजपा को नई जमीन दी।
2010 का चुनाव परिणाम
2010 में जेडीयू उम्मीदवार अजय प्रताप ने आरजेडी प्रत्याशी विजय प्रकाश यादव को हराकर जीत दर्ज की थी।
- अजय प्रताप (JDU) - 60,130 वोट
- विजय प्रकाश (RJD) – 35,663 वोट
- जीत का अंतर- लगभग 24,500 वोट
2015 का चुनाव परिणाम
2015 में समीकरण बदले और आरजेडी ने बाजी मारी।
- विजय प्रकाश (RJD)- 66,577 वोट
- अजय प्रताप (BJP) – 58,328 वोट
- जीत का अंतर- करीब 8,200 वोट
2020 का चुनाव परिणाम
2020 में इस सीट पर बड़ा उलटफेर हुआ। पहली बार श्रेयसी सिंह (BJP) मैदान में उतरीं और भारी बहुमत से जीत हासिल की।
- श्रेयसी सिंह (BJP) - 79,603 वोट
- विजय प्रकाश (RJD)- 38,554 वोट
- जीत का अंतर – 41,000 से अधिक वोट
खास बात: इसके अलावा JAPL के मोहम्मद शमसाद आलम को 17,800 वोट और निर्दलीय सुजाता सिंह को 17,502 वोट मिले।
नोट: बीजेपी नेता श्रेयसी सिंह अंतरराष्ट्रीय शूटर हैं और उनकी शैक्षिक योग्यता पोस्ट ग्रेजुएट हैं। उन पर कोई क्रिमिनल केस नहीं है। उनकी कुल संपत्ति 4.39 करोड़ रुपए हैं, कोई देनदारी भी नहीं है।
जमुई विधानसभा का समीकरण
- इस सीट पर करीब 2.91 लाख मतदाता हैं।
- यादव, मुस्लिम और राजपूत वोट निर्णायक माने जाते हैं।
- अनुसूचित जाति की आबादी लगभग 19% है।
खास बात: जातीय समीकरण और स्थानीय मुद्दे यहां चुनावी नतीजों में सबसे बड़ी भूमिका निभाते हैं।
