JMM Bihar Seat Sharing: हेमंत सोरेन पटना में राहुल गांधी की 'मतदाता अधिकार यात्रा' के समापन पर उनके साथ शामिल होंगे। झामुमो ने बिहार विधानसभा चुनाव में 10-15 सीटों का दावा किया है। इस रैली को विपक्षी गठबंधन की मजबूती का प्रतीक माना जा रहा है।
Hemant Soren Bihar election 2025: मतदाता अधिकार यात्रा के समापन पर सोमवार को बिहार की राजधानी पटना में होने वाली विशाल रैली विपक्षी दलों की एकजुटता का मंच बनेगी। इस रैली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी मौजूद रहेंगे। बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले यह आयोजन बीजेपी विरोधी गठबंधन की मजबूती और एकता का प्रतीक बन गया है। रैली में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मौजूदगी विपक्षी गठबंधन के लिए गेमचेंजर साबित हो सकती है।
क्या चाहते हैं हेमंत सोरेन ?
हेमंत सोरेन अपनी मजबूत उपस्थिति से बिहार के आदिवासी, एससी-एसटी और अल्पसंख्यक मतदाताओं को लामबंद करने की क्षमता रखते हैं। JMM ने न केवल बिहार विधानसभा चुनाव में अपने उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है, बल्कि सीटों के बंटवारे में भी अच्छी-खासी हिस्सेदारी की उम्मीद कर रहा है। झारखंड के सीमावर्ती इलाकों में, जहां उसका प्रभाव है, 10-15 सीटों पर उसका दावा है। राजद ने सीट बंटवारे से जुड़ी बातचीत में झामुमो को भी शामिल करने पर सहमति जताई है। JMM के शीर्ष नेतृत्व को भरोसा है कि गठबंधन के तहत उसे बिहार में सीटें मिलेंगी।
SIR के खिलाफ विधानसभा में प्रस्ताव पारित
मतदाता अधिकार यात्रा का उद्देश्य चुनाव आयोग की विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया के खिलाफ जनजागरूकता फैलाना है। राहुल गांधी ने इसे "वोट चोरी की साजिश" करार दिया है। उनका दावा है कि प्रवासी मजदूरों, दलितों और गरीब मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाए जा रहे हैं। राहुल गांधी की यात्रा के दौरान "वोट चोर, गद्दी छोड़" का नारा ज़ोर-शोर से गूंजा। झारखंड में सत्तारूढ़ जेएमएम गठबंधन ने हाल ही में SIR के खिलाफ विधानसभा में प्रस्ताव पारित किया है। हेमंत सोरेन ने केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए इसे लोकतंत्र पर हमला बताया है। बिहार में भी विपक्ष ने SIR को राजनीतिक हथियार बनाया है और दावा किया है कि यह गरीब मतदाताओं को हाशिए पर धकेल रही है। विधानसभा में SIR के खिलाफ प्रस्ताव पारित करके जेएमएम ने स्पष्ट कर दिया है कि भविष्य में राज्य में SIR को लेकर उसका क्या रुख रहेगा।
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देश के कई बड़े नेता होंगे शामिल
यह 'मतदाता अधिकार यात्रा' 17 अगस्त को शुरू हुई थी, जिसने लगभग 1300 किलोमीटर की दूरी तय की। यात्रा का मुख्य उद्देश्य आम जनता को कथित 'वोट चोरी' और चुनावी प्रक्रिया में धांधली के खिलाफ जागरूक करना है। इस समापन मार्च में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत, पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान और एनसीपी की सुप्रिया सुले समेत भारत गठबंधन के सभी प्रमुख दलों के नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है।
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