बिहार चुनाव के लिए महागठबंधन ने अपना 'प्रण पत्र' जारी किया है। मुख्य वादों में पुरानी पेंशन योजना (OPS) की वापसी, सामाजिक सुरक्षा पेंशन ₹3000 करना और किसानों के लिए मंडी व्यवस्था को पुनर्जीवित करना शामिल है।

Mahagathbandhan Manifesto Release: आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के लिए महागठबंधन ने आज अपना आधिकारिक घोषणा पत्र जारी कर दिया है। गठबंधन के मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किए जा चुके तेजस्वी यादव ने सभी घटक दलों के प्रमुख नेताओं के साथ मिलकर इसे सार्वजनिक किया। इस घोषणापत्र को 'तेजस्वी का प्रण पत्र' नाम दिया गया है।

NDA पर साधा निशाना: 'विजन की कमी'

घोषणापत्र जारी करने के अवसर पर वीआईपी (VIP) प्रमुख मुकेश सहनी ने NDA गठबंधन पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, "हमलोगों ने एक संकल्प पत्र रखा है। बिहार में 30 से 35 साल हमलोगों को जनता के बीच रहना है। यह संकल्प पत्र एक नए बिहार की नींव रखेगा।" सहनी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का कोई संकल्प पत्र ही नहीं है। उन्हें लगता है कि बिहार बहुत खुशहाल है, इसलिए वह अपना घोषणा पत्र जारी नहीं कर रहे, जबकि जनता अब बदलाव चाहती है।

महागठबंधन में घोषणापत्र के प्रमुख वादे

महागठबंधन के इस संकल्प पत्र में मुख्य रूप से तीन बड़े मुद्दों पर फोकस किया गया है: सरकारी कर्मचारी, किसान और सामाजिक सुरक्षा।

1. पुरानी पेंशन योजना (OPS) की वापसी: भाकपा माले के वरिष्ठ नेता दीपांकर भट्टाचार्य ने सरकारी कर्मचारियों से जुड़ा एक बड़ा वादा किया। उन्होंने कहा कि सरकार बनने के बाद सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन स्कीम (OPS) लाई जाएगी। यह सरकारी नौकरीपेशा लोगों के लिए एक बड़ा आकर्षण हो सकता है।

2. सामाजिक सुरक्षा पेंशन में भारी वृद्धि: सामाजिक सुरक्षा पर ज़ोर देते हुए भट्टाचार्य ने घोषणा की कि सरकार बनने के बाद बुजुर्गों की सामाजिक सुरक्षा पेंशन बढ़ाकर ₹3000 कर दी जाएगी। वर्तमान में यह राशि काफी कम है।

3. मंडी व्यवस्था को पुनर्जीवित करना: किसानों के लिए मंडी व्यवस्था को चालू करने की बात भी इस संकल्प पत्र में कही गई है, जिसका उद्देश्य किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाना है।

केवल घोषणा नहीं, यह प्रतिज्ञा है

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा ने महागठबंधन की प्रतिबद्धता पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि सबसे पहले महागठबंधन ने अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है, जो दर्शाता है कि हमारा विजन साफ है। उन्होंने स्पष्ट किया, "हम केवल घोषणा ही नहीं बल्कि हमारी प्रतिज्ञा पत्र भी है। महागठबंधन की सरकार बनते ही हमलोग इसे लागू करेंगे।"

दीपांकर भट्टाचार्य ने भी विश्वास दिलाया कि घोषणापत्र में जो भी वादा किया गया है, उसे हर हाल में पूरा किया जाएगा। तेजस्वी यादव ने इस 'प्रण पत्र' के माध्यम से बेरोजगारी, महंगाई और किसानों की समस्याओं को केंद्र में रखकर बिहार की जनता को एक वैकल्पिक और विकास-केंद्रित रोडमैप देने की कोशिश की है।