पटना में आजादी के बाद पहली बार कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक हुई, जिसमें खरगे, राहुल, सोनिया समेत 170+ नेता शामिल हुए। खरगे ने 2025 चुनाव के लिए बिहार के पुनर्निर्माण को लक्ष्य बताया और बेरोजगारी व सामाजिक न्याय जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरा।

बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले आजादी के बाद पहली बार पटना में कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की विस्तारित बैठक आयोजित की गई। सदाकत आश्रम में आयोजित इस ऐतिहासिक बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी समेत देशभर से 170 से अधिक वरिष्ठ नेता शामिल हुए। तीन राज्य के मुख्यमंत्री – हिमाचल प्रदेश के सुखविंदर सिंह सुक्खू, कर्नाटक के सिद्धारमैया और तेलंगाना के रेवंत रेड्डी – भी इस बैठक में उपस्थित रहे।

बिहार का पुनर्निर्माण अब कांग्रेस का प्रमुख लक्ष्य

बैठक के उद्घाटन सत्र में मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि बिहार का पुनर्निर्माण अब कांग्रेस का प्रमुख लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि 2025 विधानसभा चुनाव केवल बिहार के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए मील का पत्थर साबित होगा। खड़गे ने केंद्र की मोदी सरकार और बिहार में एनडीए सरकार की नीतियों पर तीखा हमला करते हुए कहा कि देश आर्थिक मंदी, बेरोजगारी, ग्रामीण उपभोग में कमी और सामाजिक असमानता जैसी गंभीर समस्याओं से जूझ रहा है।

वोटर अधिकार पर दिया जोड़

वोटर अधिकार और लोकतंत्र पर जोर खड़गे ने कहा कि लोकतंत्र का आधार निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव है, लेकिन वर्तमान में वोटर लिस्ट से छेड़छाड़ की घटनाएँ सामने आ रही हैं। उन्होंने बिहार में कांग्रेस द्वारा किए गए ‘वोटर अधिकार यात्रा’ का उल्लेख करते हुए कहा कि इसके माध्यम से जनता को जागरूक किया गया और लोगों ने खुलकर राहुल गांधी का समर्थन किया।

विकास, बेरोजगारी और आर्थिक मुद्दे मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि केंद्र सरकार ने ‘2 करोड़ नौकरियों’ का वादा पूरा नहीं किया। उन्होंने नोटबंदी और गलत GST नीतियों को भी जनता के लिए समस्याग्रस्त बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने का वादा नहीं निभाया और पिछले वर्षों में बेरोजगारी बढ़ती रही।

जाति जनगणना पर भी चर्चा

जाति जनगणना और आरक्षण का मुद्दा CWC बैठक में बिहार में जाति जनगणना और आरक्षण नीतियों पर भी चर्चा हुई। खड़गे ने कहा कि बिहार की 80 प्रतिशत आबादी OBC, EBC और SC/ST वर्ग की है और जनता पारदर्शिता चाहती है। उन्होंने आरोप लगाया कि एनडीए सरकार ने आरक्षण और सामाजिक न्याय के मुद्दों को कमजोर किया है।

सामाजिक न्याय और स्वास्थ्य क्षेत्र बैठक में स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे क्षेत्रों पर भी जोर दिया गया। खड़गे ने कहा कि बिहार में सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त है और अस्पतालों में दवाओं की भारी कमी है। वहीं, शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षकों की भारी कमी और भर्ती घोटाले ने युवाओं को प्रभावित किया है।

स्वर्णिम बिहार का है सपना 

महागठबंधन और 2025 विधानसभा चुनाव खड़गे ने बैठक में स्पष्ट किया कि कांग्रेस महागठबंधन के साथ मिलकर बिहार में ‘स्वर्णिम बिहार’ का सपना साकार करेगी। उन्होंने कहा कि महागठबंधन सरकार बनने पर रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक न्याय और सुशासन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।