निर्मली विधानसभा चुनाव 2025 में जेडीयू के अनिरुद्ध प्रसाद यादव ने जीत दर्ज की है। उन्हें 1,18,904 वोट मिले। अनिरुद्ध प्रसाद यादव ने आरजेडी के बैद्यनाथ मेहता को 37,310 वोटों के बड़े अंतर से हराया।

Nirmali Assembly Election 2025: निर्मली विधानसभा चुनाव 2025 में जनता दल (यूनाइटेड) के अनिरुद्ध प्रसाद यादव जीत गए हैं। उन्हें 118904 वोट मिले। उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल बैद्यनाथ मेहता को 37310 वोटों से हराया। निर्मली विधानसभा चुनाव 2025 (Nirmali Assembly Election 2025) बिहार के सुपौल जिले की एक अहम सीट है। यह सीट सुपौल संसदीय क्षेत्र के छह विधानसभा क्षेत्रों में से एक है और 2008 के परिसीमन के बाद फिर से अस्तित्व में आई। यहां का चुनावी इतिहास बताता है कि जदयू (JD(U)) के अनिरुद्ध प्रसाद यादव लगातार तीन बार इस सीट को जीत चुके हैं।

2010 का चुनाव: जदयू की धमाकेदार एंट्री

निर्मली विधानसभा सीट पर 2010 में पहली बार चुनाव हुआ। इस चुनाव में जदयू प्रत्याशी अनिरुद्ध प्रसाद यादव ने कांग्रेस (INC) उम्मीदवार विजय कुमार गुप्ता को हराया।

  • अनिरुद्ध प्रसाद यादव (JD(U)-70,150 वोट
  •  विजय कुमार गुप्ता (INC) -24,140 वोट
  • जीत का अंतर रहा 46,010 वोटों का।

2015 का चुनाव: बीजेपी को मिली हार

2015 के चुनाव में मुकाबला और रोचक हुआ। इस बार बीजेपी (BJP) के राम कुमार राय ने जदयू को चुनौती दी। लेकिन बाजी फिर भी अनिरुद्ध यादव के हाथ रही।

  •  अनिरुद्ध प्रसाद यादव (JD(U)- 79,600 वोट
  •  राम कुमार राय (BJP) – 55,649 वोट
  •  इस बार जीत का अंतर रहा 23,951 वोटों का।

2020 का चुनाव: आरजेडी को मात

2020 में यहां मुकाबला जदयू और आरजेडी (RJD) के बीच हुआ। जदयू प्रत्याशी अनिरुद्ध प्रसाद यादव ने आरजेडी उम्मीदवार यदुवंश कुमार यादव को हराया।

  •  अनिरुद्ध प्रसाद यादव (JD(U)-92,439 वोट
  •  यदुवंश कुमार यादव (RJD) – 48,517 वोट
  •  जीत का अंतर रहा 43,922 वोटों का।

निर्मली विधानसभा का वोटर समीकरण

  •  निर्मली विधानसभा में लगभग 2.97 लाख से ज्यादा मतदाता हैं।
  •  2020 विधानसभा चुनाव मतदान प्रतिशत- 63.2%
  •  2019 लोकसभा चुनाव मतदान प्रतिशत- 66.77%
  •  2015 विधानसभा चुनाव मतदान प्रतिशत- 62.17%

खास बात: यहां यादव, ब्राह्मण, राजपूत और अल्पसंख्यक वोटरों की अहम भूमिका रहती है।

निर्मली विधानसभा सीट क्यों है खास?

  •  जेडीयू का गढ़: 2010 से अब तक लगातार JDU उम्मीदवार यहां जीतते आए हैं।
  •  जातीय समीकरण: यादव और अन्य पिछड़ा वर्ग के वोटरों की बड़ी भूमिका।
  •  राजनीतिक माहौल: विपक्ष (RJD, BJP, Congress) इस बार पूरा जोर लगाएगा ताकि JDU के गढ़ में सेंध लगाई जा सके।
  •  मतदाता संख्या: 2020 में इस सीट पर लगभग 2.96 लाख वोटर थे।