बिहार के बड़े कारोबारी गोपाल खेमका हत्याकांड में मुख्य संदिग्ध विकास उर्फ राजा पुलिस एनकाउंटर में मारा गया। पटना के मालसलामी इलाके में हुई मुठभेड़ के दौरान पुलिस की जवाबी कार्रवाई में उसकी मौत हुई।
Gopal Khemka Murder: बिहार के बड़े कारोबारी गोपाल खेमका की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी विकास ऊर्फ राजा को मंगलवार सुबह पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया। पटना शहर के माल सलामी इलाके में एनकाउंटर हुआ। पुलिस आरोपी को पकड़ने की कोशिश कर रही थी।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार राजा ने खेमका की हत्या के लिए हथियार दिए थे। वह इस हत्याकांड के मुख्य संदिग्ध शूटर उमेश से जुड़ा था। पुलिस के जवान जैसे ही गिरफ्तार करने गए राजा ने गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की, जिससे राजा की मौत हो गई। पुलिस ने उसके पास से एक पिस्टल और जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। मौके से कई खाली खोखे मिले हैं। राजा के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है।
पुलिस की यह कार्रवाई खेमका की हत्या के सिलसिले में पटना पुलिस द्वारा एक दर्जन से अधिक संदिग्धों को हिरासत में लिए जाने के एक दिन बाद हुई है। पटना के पुनपुन निवासी रोशन कुमार नामक एक संदिग्ध को 6 जुलाई को खेमका के अंतिम संस्कार में शामिल होते हुए देखा गया था। इसके बाद उसे हिरासत में लिया गया।
पुलिस का मानना है कि खेमका की हत्या की योजना बहुत ही सावधानी से बनाई गई थी। इस हत्याकांड को कई षड्यंत्रकारियों की मदद से अंजाम दिया गया था। इसमें शामिल लोगों ने 4 जुलाई की रात व्यवसायी की गतिविधियों पर नजर रखी थी। खेमका बिहार के जाने-माने उद्योगपति थे। 4 जुलाई की रात करीब करीब 11:40 बजे गांधी मैदान स्थित उनके आवास के बाहर उन्हें गोली मारी गई थी। मौके पर ही खेमका की मौत हो गई थी।
