सार

बिहार में एक ऐसे भी आईएएस अफसर हैं, जिनके पास इतने विभागों की जिम्मेदारी है कि एक नेम प्लेट पर सारे पदनाम लिखना आसान नहीं है। आखिरकार एक मीटिंग के दौरान उनके सामने लगे नेम प्‍लेट पर एक विभाग का नाम लिखने से छूट गया।

पटना। बिहार में एक ऐसे भी आईएएस अफसर हैं, जिनके पास इतने विभागों की जिम्मेदारी है कि एक नेम प्लेट पर सारे पदनाम लिखना आसान नहीं है। आखिरकार एक मीटिंग के दौरान उनके सामने लगे नेम प्‍लेट पर एक विभाग का नाम लिखने से छूट गया। हम बात कर रहे हैं आईएएस राहुल कुमार की। उन्होंने खुद ट्वीट करते हुए इस वाकये का खुलासा किया है। उन्होंने उस पद का भी अपनी पोस्ट में जिक्र किया, जिसका नाम नेम प्लेट पर नहीं लिखा जा सका था।

 

जानिए एक बैठक के दौरान उनके नेम प्लेट पर क्या लिखा था?

दरअसल, एक जिले में बैठक के दौरान राहुल कुमार के सामने एक नेम प्लेट रखा हुआ था। उस पर 'श्री राहुल कुमार, भा.प्र,से., मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी, बिहार ग्रामीण जीवकोपार्जन (जीविका) प्रोत्साहन सोसाइटी-सह-राज्य मिशन निदेशक, राज्य जीविकोपार्जन सह आयुक्त स्व रोजगार/आयुक्त, मनरेगा/मिशन निदेशक, जल-जीवन-हरियाली, ग्रामीण विकास विभाग, बिहार सरकार' अंकित था।

ट्वीट कर ये बताया

उनके सामने रखी पूरी नेम प्लेट पदनाम से भरी हुई थी। उन्होंने उस पर चुटकी लेते हुए ट्वीट किया कि एक जिले ने मेरे पास जितने भी विभाग हैं, उसे लिखने की कोशिश की, फिर भी एक चूक गए, मैं लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान बिहार के मिशन निदेशक के पद पर भी कार्यरत हूं। दरअसल, इस पद नाम का उनके नेम प्लेट पर जिक्र नहीं था।

2010 की यूपीएससी परीक्षा में थी 36वीं रैंक

राहुल कुमार वर्ष 2011 बैच के आईएएस अफसर हैं। उनकी गिनती सुलझे हुए अफसरों में होती है। उन्होंने कई जिलों में बतौर डीएम भी काम किया। वर्ष 2010 में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में 36वां रैंक हासिल हुई थी। उन्होंने साहित्य और हिंदी भाषा विषयों के साथ यूपीएससी क्रैक किया था। उन्हें गृह राज्य बिहार का कैडर मिला था।