फुलवारी विधानसभा चुनाव 2025 में जेडीयू के श्याम रजक ने शानदार जीत दर्ज की है। उन्हें 1,26,470 वोट मिले। श्याम रजक ने सीपीआई (एमएल) (मुक्ति) के गोपाल रवि दास को 32,657 वोटों से पराजित किया।
Phulwari Assembly Election 2025: फुलवारी विधानसभा चुनाव 2025 में जनता दल (यूनाइटेड) के श्याम रजक जीत गए हैं। उन्हें 126470 वोट मिले। उन्होंने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) (मुक्ति) के गोपाल रवि दास को 32657 वोटों से हराया। पटना जिले की फुलवारी विधानसभा सीट (Phulwari Vidhan Sabha Seat) बिहार की राजनीति में एक अहम जगह रखती है। यहां रविदास, पासवान, यादव और मुस्लिम वोटर निर्णायक भूमिका निभाते हैं। यही कारण है कि इस सीट को लंबे समय तक आरजेडी का गढ़ माना गया। लेकिन समीकरण अक्सर बदलते रहे हैं।
2020 का फुलवारी विधानसभा चुनाव: गोपाल रविदास का धमाका
2020 के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की ओर से भाकपा माले (CPIML) उम्मीदवार गोपाल रविदास ने जीत दर्ज की।
- गोपाल रविदास (CPIML) -91,124 वोट
- अरुण मांझी (JDU)-77,267 वोट
- जीत का अंतर: 13,857 वोट
- खास बात: इस जीत ने यह साबित किया कि फुलवारी सीट पर सिर्फ आरजेडी ही नहीं, बल्कि महागठबंधन के किसी भी उम्मीदवार को समर्थन मिल सकता है।
2015 का फुलवारी विधानसभा चुनाव: श्याम रजक की वापसी
- 2015 में जदयू (JDU) के टिकट पर श्याम रजक छठी बार विधायक बने।
- श्याम रजक (JDU)-94,094 वोट
- राजेश्वर मांझी (HAMS)-48,381 वोट
- जीत का अंतर: 45,713 वोट
2010 का फुलवारी विधानसभा चुनाव: जदयू का बढ़त
- 2010 के चुनाव में भी श्याम रजक ने अपनी पकड़ बनाए रखी।
- श्याम रजक (JDU) - 67,390 वोट
- उदय कुमार (RJD) - 46,210 वोट
- जीत का अंतर: 21,180 वोट
फुलवारी विधानसभा सीट का इतिहास और जातीय समीकरण
फुलवारी विधानसभा चुनाव 2025 में अब तक 12 चुनाव हुए हैं।
- 4 बार आरजेडी
- 3 बार कांग्रेस
- 2 बार जदयू
1-1 बार जनता दल और जनता पार्टी
2009 के उपचुनाव में RJD ने जीत दर्ज की थी, लेकिन उसके बाद समीकरण तेजी से बदले। श्याम रजक 1995 में जनता दल से, 2000 और 2005 में RJD से, और फिर 2010 व 2015 में JDU से चुनाव जीते।
यहां रविदास, पासवान, यादव और मुस्लिम वोटर मिलकर चुनाव का रुख तय करते हैं। यही कारण है कि इस सीट पर हमेशा कड़ा मुकाबला देखने को मिलता है।
