प्रधानमंत्री मोदी की माँ हीराबेन पर बने एआई वीडियो से बिहार में राजनीति गरमाई। भाजपा ने कांग्रेस पर माँ का अपमान करने का आरोप लगाया और चुनाव आयोग से शिकायत की। जानिए पूरा विवाद।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माँ हीराबेन को लेकर दरभंगा में कांग्रेस द्वारा साझा किए गए एआई (AI) वीडियो ने बिहार की राजनीति में एक बार फिर भूचाल ला दिया है। भाजपा ने इसे "सारी हदें पार कर देने वाला" कृत्य करार देते हुए कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है। वीडियो में प्रधानमंत्री मोदी और उनकी दिवंगत माँ जैसी दिखने वाले पात्रों के जरिए उन्हें निशाना बनाते हुए आपत्तिजनक संवाद दिखाए गए हैं। इसमें पीएम मोदी को सपने में उनकी माँ डाँटते हुए कहती हैं कि “पहले नोटबंदी कर मुझे बैंक के बाहर लाइन में लगने पर मजबूर किया, अब बिहार में मेरा नाम लेकर राजनीति कर रहे हो... संभल जाओ, सुधर जाओ।”
भाजपा ने कहा – कांग्रेस की बेशर्मी की कोई सीमा नहीं
भाजपा ने इसे केवल राजनीतिक हमला नहीं बल्कि “माँ का अपमान” करार दिया है। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि कांग्रेस पार्टी ने “झूठ के सहारे आरोपी का बचाव” कर सारी मर्यादाएँ तोड़ दी हैं। उन्होंने कांग्रेस को “गाँधीवादी नहीं, गालीवादी” करार देते हुए कहा कि पहले बिहार में कांग्रेस के मंच से प्रधानमंत्री की माँ को गाली दी गई थी, फिर बिहार की तुलना बीड़ी से कर प्रदेश की गरिमा को गिराया गया और अब AI वीडियो के जरिए फिर से अपमान किया जा रहा है।
इसी क्रम में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि कांग्रेस “बेशर्मी की सभी सीमाएँ पार कर चुकी है। गाली देने पर माफ़ी मांगने के बजाय वीडियो जारी कर और अधिक अपमान कर रही है।” उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस की हताशा का प्रमाण है।
महागठबंधन की हरकत स्वीकार्य नहीं
भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “RJD और कांग्रेस ने दिखा दिया कि राजनीति कितनी गिर सकती है। मृत माँ का मजाक उड़ाना किसी भी सभ्य समाज में स्वीकार्य नहीं है। बिहार की जनता जानती है कि जो माँ का अपमान करता है, वह केवल विपक्षी दलों से जुड़ा हो सकता है। बिहार की जनता इस घृणित हरकत का जवाब देगी।”
क्या है विवाद
दरअसल, यह पूरा विवाद तब शुरू हुआ जब बिहार कांग्रेस ने 10 सितंबर को अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से यह एआई वीडियो साझा किया। इसके बाद से राज्य की राजनीति में उथल-पुथल मच गई है। भाजपा ने चुनाव आयोग से शिकायत करने का एलान किया है और इसे चुनावी मर्यादा का उल्लंघन बताया है।
