रफीगंज विधानसभा चुनाव 2025: रफीगंज चुनाव 2025 में बड़ा उलटफेर हुआ। जेडीयू उम्मीदवार प्रमोद कुमार सिंह ने 1,07,515 वोट पाकर आरजेडी के गुलाम शाहिद को 11,956 मतों से हराया। यादव–मुस्लिम बहुल सीट पर इस बार जेडीयू की जोरदार जीत, बसपा तीसरे स्थान पर रही। 

Rafiganj Assembly Election 2025: रफीगंज विधानसभा सीट बिहार की औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है। यह सीट हमेशा से राजनीतिक संघर्ष और बदलते चुनावी रुझानों के लिए जानी जाती है। रफीगंज विधानसभा क्षेत्र में यादव और मुस्लिम वोटर्स की सबसे अधिक संख्या है, जिससे आरजेडी के लिए यह सीट रणनीतिक रूप से हमेशा अहम रही है लेकिन 2025 के विधानसभा चुनाव में जेडीयू ने आरजेडी को हराकर यह सीट अपने खाते में कर ली। यहां से जेडीयू कैंडिडेट प्रमोद कुमार सिंह ने 107515 वोट पाकर आरजेडी प्रत्याशी गुलाम शाहिद को 11956 वोटों से परास्त किया। गुलाम शाहिद को 95559 वोट मिले। बसपा की सुमन कुमारी यहां से 4432 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहीं। 

पिछले विधानसभा चुनावों के आंकड़े

2020 रफीगंज विधानसभा चुनाव

  • मोहम्मद निहालुद्दीन (RJD) - 63,325 वोट
  • प्रमोद कुमार सिंह (IND)- 53,896 वोट
  • जीत का अंतर- 9,429 वोट

2015 रफीगंज विधानसभा चुनाव

  • अशोक कुमार सिंह (JD(U)) - 62,897 वोट
  • प्रमोद कुमार सिंह (LJP)- 53,372 वोट

2010 रफीगंज विधानसभा चुनाव

  • अशोक कुमार सिंह (JD(U))- 58,501 वोट
  • मोहम्मद निहालुद्दीन (RJD) - 34,816 वोट

रफीगंज विधानसभा के विनिंग कैंडिडेट की जानकारी

2020 में आरजेडी के मोहम्मद निहालुद्दीन ने रफीगंज सीट पर जीत हासिल की। उनके खिलाफ 1 आपराधिक केस दर्ज है। 10 वीं पास मो. निहालुद्दीन की कुल 1.28 करोड़ रुपए की संपत्ति है। उन पर कोई देनदारी नहीं है, जो स्थानीय मतदाताओं के बीच उनकी स्वीकार्यता बढ़ाता है।

रफीगंज विधानसभा का जातीय समीकरण और चुनावी रणनीति

रफीगंज विधानसभा में यादव और मुस्लिम वोटरों की संख्या सबसे अधिक है, जो आरजेडी के लिए निर्णायक है। जेडीयू अपने पारंपरिक वोटरों और जातीय संतुलन पर भरोसा करती है। महागठबंधन और NDA के बीच मुकाबला इस सीट पर हमेशा रोमांचक रहा है।

रफीगंज विधानसभा का चुनावी इतिहास

1952 से अब तक रफीगंज विधानसभा सीट पर कांग्रेस, स्वतंत्र पार्टी, बीजेएस, जेएनपी, समता पार्टी, सीपीआई, आरजेडी और जेडीयू सहित कई दलों ने जीत दर्ज की है। 2010 और 2015 में जेडीयू ने लगातार जीत हासिल की, जबकि 2020 में आरजेडी ने जीतकर सीट पर कब्जा जमाया।