बिहार चुनाव 2025: मुजफ्फरपुर के सकरा में महागठबंधन का शक्ति प्रदर्शन। राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और मुकेश सहनी एक मंच पर होंगे। यह संयुक्त रैली विपक्षी एकता दर्शाने और नीतीश कुमार की हालिया सभा का जवाब देने के लिए है।

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में प्रचार अब अपने चरम पर पहुंच गया है। लोक आस्था के महापर्व छठ के समापन के ठीक बाद, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेतृत्व वाला महागठबंधन (INDIA गठबंधन) आज मुजफ्फरपुर में एक बड़ा शक्ति प्रदर्शन करने जा रहा है। सकरा विधानसभा क्षेत्र में आयोजित होने वाली इस संयुक्त जनसभा में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, राजद नेता तेजस्वी यादव और विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के सुप्रीमो मुकेश सहनी एक साथ मंच साझा करेंगे।

सकरा में त्रिवेणी संगम

जानकारी के मुताबिक, यह रैली मुजफ्फरपुर के सकरा विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी उमेश राम के समर्थन में आयोजित की गई है। राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और मुकेश सहनी की साझा उपस्थिति को विपक्षी एकता के सबसे बड़े संदेश के रूप में देखा जा रहा है। तीनों नेताओं की मौजूदगी से यह स्पष्ट है कि महागठबंधन सभी घटक दलों की संयुक्त ताकत को प्रदर्शित करने की रणनीति पर काम कर रहा है।

मुजफ्फरपुर का यह क्षेत्र सियासी तौर पर काफी महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि यहाँ नीतीश कुमार की पार्टी जदयू का भी अच्छा खासा प्रभाव रहा है। महागठबंधन की कोशिश है कि इस संयुक्त रैली के जरिए मुजफ्फरपुर और आसपास के क्षेत्रों में अपने पक्ष में माहौल को पूरी तरह से बदला जाए।

नीतीश की रैली के बाद महागठबंधन का जवाब

महागठबंधन की यह रैली मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की एक दिन पहले हुई सभा के बाद हो रही है। मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुजफ्फरपुर के गायघाट विधानसभा क्षेत्र के बेरुआ में जनसभा को संबोधित किया था और उन्होंने जनता से जदयू प्रत्याशी कोमल सिंह को विजयी बनाने की अपील की थी।

अब सकरा में राहुल, तेजस्वी और सहनी की उपस्थिति को नीतीश कुमार की जनसभा का सीधा जवाब माना जा रहा है। महागठबंधन यह संदेश देना चाहता है कि उसके पास राज्य और केंद्र के बड़े चेहरे हैं, जो मिलकर एनडीए गठबंधन को चुनौती देने के लिए तैयार हैं।

दरभंगा के लिए भी होगा कूच

मुजफ्फरपुर के सकरा में जनसभा को संबोधित करने के बाद, महागठबंधन के ये तीनों प्रमुख नेता बिना देर किए दरभंगा के लिए रवाना होंगे। दरभंगा में भी उनका अगला चुनावी कार्यक्रम निर्धारित है।

चुनाव प्रचार के अंतिम चरण में, सभी दलों के स्टार प्रचारक मैदान में उतर चुके हैं। जहां एनडीए गठबंधन के नेता अपनी सरकार के विकास कार्यों और सुशासन के दावे पर वोट मांग रहे हैं, वहीं महागठबंधन बेरोजगारी, महंगाई और सामाजिक न्याय के मुद्दों को जोर-शोर से उठा रहा है। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की जुगलबंदी से यह स्पष्ट है कि महागठबंधन अंतिम चरण के प्रचार में पूरी ताकत झोंकने को तैयार है।