सार
बिहार के सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर इलाके में शनिवार को हंगामा मच गया। पूरे इलाके में अफरा तफरी मच गई, जो जहां था, वहीं दुबक गया। एक सनकी युवक इसकी वजह बना। सड़क पर उसे जो भी दिखाई दिया। उसने उसी पर दबिया से प्राणघातक हमला कर दिया।
सहरसा। बिहार के सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर इलाके में शनिवार को हंगामा मच गया। पूरे इलाके में अफरा तफरी मच गई, जो जहां था, वहीं दुबक गया। एक सनकी युवक इसकी वजह बना। सड़क पर उसे जो भी दिखाई दिया। उसने उसी पर दबिया (धारदार हथियार) से प्राणघातक हमला कर दिया। सनकी के हमले में 12 से ज्यादा लोगों के जख्मी होने की सूचना है। पुलिस को लोगों ने इस आफत के बारे में सूचित किया। मौके पर पहुंची पुलिस को भी सनकी युवक को दबोचने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। उसकी गिरफ्तारी के बाद लोगों ने राहत की सांस ली। बहरहाल, घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। उसमें से दो लोग गंभीर रूप से घायल हैं। उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। उन लोगों को इलाज के लिए जिला अस्पताल रेफर किया गया है।
शर्मा चौक के आस-पास के मोहल्लों में दहशत
जानकारी के अनुसार, घटना सिमरीबख्तियारपुर थाना क्षेत्र के शर्मा चौक के पास की है। बताया जा रहा है कि माखन टोला निवासी सुभाष कुमार सुबह हाथ में धारदार दबिया लिए हुए सड़क पर दिखाई दिया। उसे सड़क पर जो भी दिखाई दिया, उसी पर दबिया लेकर टूट पड़ा। आलम यह था कि शर्मा चौक के आस-पास के मोहल्लों में दहशत फैल गई, जो जहां था, वहीं दुबक गया। अफरा-तफरी मच गई। सड़क पर सन्नाटा सा माहौल बन गया। लोगों ने इसकी सूचना डायल 112 नम्बर पर दी।
काफी मशक्क्त के बाद पुलिस ने गिरफ्तार किया
मामले की जानकारी मिलने पर डायल 112 की पुलिस टीम मौके पर पहुंची। उन्हें भी सनकी को काबू में करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। काफी देर बाद सुभाष शर्मा को पुलिस गिरफ्तार कर सकी और फिर थाने लेकर गई। पुलिस घटना में आगे की जांच भी कर रही है। घटना के वजह भी तलाशे जा रहे हैं। सनकी ने उस समय सड़क पर जो तांडव मचाया था। उसकी वजह से शर्मा चौक से लेकर ब्लॉक चौक तक दहशत का माहौल बन गया था। फिलहाल सनकी की लोगों ने भी पिटाई की।
गंभीर रूप से जख्मी टीचर इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर
सनकी के जानलेवा हमले में सेवानिवृत्त टीचर जगदीश पंडित और जयचंद शर्मा गंभीर रूप से जख्मी हो गए। उन्हें इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल ले जाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद आगे के इलाज के लिए चिकित्सकों ने, उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया।