सार
भारतीय राजनीतिक स्ट्रेटेजिस्ट से कार्यकर्ता बने प्रशांत किशोर को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के चलते अपनी जन सुराज यात्रा रोकनी पड़ी है। अब यह पदयात्रा 25 दिनों बाद यानि करीब 11 जून के बाद से फिर से चालू होगी। वह 2 अक्टूबर 2022 से पदयात्रा कर रहे थे।
समस्तीपुर (samastipur news). चुनाव रणनीतिकार से कार्यकर्ता बने प्रशांत किशोर पिछले 226 दिनों यानि 2 अक्टूबर 2022 से बिहार में पदयात्रा कर रहे है। इस यात्रा नाम जन सुराज रखा गया है। पैदल यात्रा करते हुए प्रशांत किशोर लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याए जान रहे थे। हालांकि अब वे अपनी पदयात्रा को स्थगित करने जा रहें है। इसका कारण है उनके स्वास्थ्य में गड़बड़ी होना है। जिसके चलते अब वे पदयात्रा को जारी नहीं रख पाएंगे। एक प्रेस वार्ता में प्रशांत किशोर ने अपनी यात्रा रोकने की जानकारी दी। संभावना जताई जा रही है कि करीब 25 दिनों बाद वे अपनी यात्रा फिर से शुरू कर सकते है।
डॉक्टरों ने आराम करने की दी सलाह
प्रशांत किशोर ने सोमवार के दिन प्रेसवार्ता में बताया कि वलीसाहली से लौटने के बाद उनके बाएं पैर में दर्द हो रहा था। जिसके चलते डॉक्टरों को दिखाया गया जहां उन्होंने मांसपेशियों में खिंचाव की जानकारी दी। प्रशांत किशोर ने बताया कि स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के चलते वे एक महीने बाद अपनी यात्रा फिर से शुरू कर पाएंगे। फिलहाल उन्हें डॉक्टरों ने आराम करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि वे आराम करने के बाद वे उसी जोश से अपनी यात्रा फिर से शुरू करेंगे।
खराब सड़कों में चलने के चलते बढ़ी समस्या
2 अक्टूबर 2022 गांधी जयंती से जन सुराज पदयात्रा शुरू करने वाले प्रशांत किशोर प्रतिदिन 20 से 25 किमी चल रहे हैं। इसके चलते उनकी मांसपेशियों में खिंचाव हो गया। जिसके चलते उन्हें परेशानी होने लगी। इस वजह से वह समस्तीपुर में भी पदयात्रा नहीं कर पा रहे थे। डॉक्टरों ने बताया कि दो वीक पहले भी कुछ परेशानी हुई थी तब भी उन्हें आराम करने की सलाह दी गई थी लेकिन प्रशांत ने इसे अनसुना कर दिया और पदयात्रा जारी रखी। समस्या को नजरअंदाज करने के चलते परेशानी और बढ़ गई। जिसके चलते पदयात्रा रोकनी पड़ रही है। मांसपेशियों में खिंचाव की वजह डॉक्टरों ने खराब सड़कों में लगातार चलने के चलते होना बताया है।
7 महीनों से लगातार कर रहे यात्रा
प्रशांत किशोर पिछले 226 दिनों से लगातार जन सुराग यात्रा कर रहे है। उन्होंने अपनी पदयात्रा पश्चिमी चम्पारण शहर से शुरू की थी। प्रशांत किशोर अपनी ज्यादातर यात्राएं ग्रामीण इलाकों में जाकर कर रहे है। वहां वे लोगों से मिलकर बातचीत कर उनकी समस्याएं सुन रहे है। अपनी 2500 किमी से अधिक दूरी तय करने के दौरान प्रशांत किशोर ने किसी वाहन का उपयोग नहीं किया वे पैदल ही अपनी यात्रा पूरी कर रहे थे। प्रशांत किशोर की इस यात्रा को कई रिटायर्ड हुए आईएएस और आईपीएस ने भी ज्वाइन किया।
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