सार
जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में ज्यादातर लोगों को चार या साढे चार किलो अनाज ही मिल पाता है। पूरा पांच किलो अनाज किसी को भी नहीं मिल पा रहा है। जनप्रतिनिधि से लेकर अधिकारी तक 40 रुपये प्रति क्विंटल पीसी यानि कमीशन काट लेते हैं।
गोपालगंज। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना (PMGKAY) में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने कहा कि बिहार में ज्यादातर लोगों को चार या साढे चार किलो अनाज ही मिल पाता है। योजना के मुताबिक पूरा पांच किलो अनाज किसी को भी नहीं मिल पा रहा है। इसमें जनप्रतिनिधि से लेकर अधिकारी तक 40 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से पीसी यानि कमीशन काट लेते हैं।
जिलों का दौरा कर योजनाओं में भ्रष्टाचार का कर रहे खुलासा
दरअसल, प्रशांत किशोर जनसुराज यात्रा कर रहे हैं। इसके तहत वह बिहार के जिलों का दौरा कर योजनाओं में भ्रष्टाचार का खुलासा कर रहे हैं। वह लोगों से मिलकर राज्य में चल रही योजनाओं के बारे में उनकी राय भी लेते हैं। सिलसिलेवार चल रहे उनके दौरो के क्रम में वह गोपालगंज पहुंचे थे, जहां उन्होंने पत्रकारों से वार्ता के दौरान प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में भ्रष्टाचार के आरोप लगाएं।
ज्यादातर विधायक भ्रष्टाचार में शामिल
उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा समय में सरकार की दो बहुप्रचारित योजनाएं चल रही हैं। भाजपा के ज्यादातर विधायक प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। इस योजना में भ्रष्टाचार इस कदर व्याप्त है कि राज्य के करीबन सभी जिलों में अनाज माफिया पैदा हो गए हैं।
पीएम आवास योजना में भी लगा चुके हैं भ्रष्टाचार का आरोप
आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने कोरोना महामारी के दौरान प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना शुरु की थी, ताकि देश में किसी को भूखे पेट न सोना पड़े। योजना के तहत गरीबों को पांच किलो अनाज प्रति माह फ्री में उपलब्ध कराया जाता है। आंकड़ों के मुताबिक देश भर में करीबन 80 करोड़ लोगों को इस योजना का लाभ मिल रहा है। इसके पहले वह पीएम आवास योजना में भ्रष्टाचार का आरोप लगा चुके हैं। वह अपने दौरों में लगातार योजनाओं पर सवाल खड़े कर रहे हैं।