बीजेपी नेता संजय जायसवाल ने प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने 14 करोड़ के चंदे के बावजूद पार्टी का खर्च सिर्फ 35 हजार दिखाए जाने पर सवाल उठाया है। उन्होंने 7 सवालों के जरिए PK को घेरा है।
पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की सरगर्मी के बीच जन सुराज पार्टी और उसके संस्थापक प्रशांत किशोर (PK) पर सवालों की बौछार हो गई है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए प्रशांत किशोर को सीधे-सीधे कटघरे में खड़ा कर दिया है। उन्होंने PK की फंडिंग, पार्टी के रजिस्ट्रेशन और खर्चों को लेकर कई गंभीर सवाल उठाए हैं। जायसवाल का आरोप है कि “ठगी की दुनिया में बिहार की पहचान नटवरलाल से थी, लेकिन PK तो उसका भी दादा निकला।”
14 करोड़ का चंदा और सिर्फ 35 हजार का खर्च?
जायसवाल ने अपने पोस्ट में लिखा कि प्रशांत किशोर ने खुद माना है कि आंध्र प्रदेश के सांसद अयोध्या रामी रेड्डी ने उन्हें 14 करोड़ रुपए का चंदा दिया। लेकिन चुनाव आयोग को जमा ऑडिट रिपोर्ट के मुताबिक जन सुराज पार्टी का 2023-24 का खर्च सिर्फ 35 हजार रुपए दिखाया गया है। जायसवाल ने सवाल उठाया कि जब सैकड़ों गाड़ियां, फाइव स्टार टेंट, खाने-पीने की भव्य व्यवस्था और दर्जनों कर्मचारियों की नियुक्ति हुई, तो यह सब सिर्फ 35 हजार रुपए में कैसे संभव है? उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि “अगर PK यह फॉर्मूला बिहार के युवाओं को दे देते, तो यही सबसे बड़ा बदलाव होता।”
जन सुराज पार्टी की “उत्पत्ति” पर सवाल
जायसवाल ने यह भी दावा किया कि 17 सितंबर 2024 तक चुनाव आयोग की वेबसाइट पर जन सुराज पार्टी के अध्यक्ष सरत कुमार मिश्रा और कोषाध्यक्ष अजीत सिंह थे। लेकिन महज 15 दिनों के भीतर 2 अक्टूबर 2024 को गांधी मैदान से पार्टी की “नई उत्पत्ति” घोषित कर दी गई और अध्यक्ष बदल गए। जायसवाल ने पूछा कि आखिर यह बदलाव कैसे और क्यों हुआ? उनके मुताबिक, जन सुराज पार्टी की पूरी नींव ही संदिग्ध है और PK इसे लेकर पारदर्शी नहीं हैं।
अयोध्या रामी रेड्डी का नाम भी विवाद में
संजय जायसवाल ने अयोध्या रामी रेड्डी का नाम उछालते हुए कहा कि यह सांसद देश के सबसे अमीर सांसदों में से एक हैं और उन पर वित्तीय घोटालों के कई केस दर्ज हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि जब PK को 14 करोड़ का चंदा मिला, तो इसे पार्टी खाते में क्यों नहीं दिखाया गया? क्या यह पैसा उनके निजी खाते में गया?
संजय जायसवाल के 7 सवाल
अपने पोस्ट में BJP नेता ने प्रशांत किशोर से 7 सवाल पूछे हैं, जिनमें मुख्य ये हैं…
- 14 करोड़ का चंदा जन सुराज पार्टी की आय में क्यों नहीं दिखा?
- पार्टी का 2023-24 का खर्च महज 35 हजार रुपए क्यों है?
- सैकड़ों गाड़ियों और कर्मचारियों का खर्च कहां गया?
- 17 सितंबर तक पार्टी अध्यक्ष सरत मिश्रा थे, तो 2 अक्टूबर को गांधी मैदान से “नया गठन” क्यों हुआ?
- चुनाव आयोग की वेबसाइट पर ऑडिट रिपोर्ट और PK के दावे में फर्क क्यों है?
- क्या चंदे का पैसा PK के निजी खाते में रखा गया?
- जन सुराज पार्टी की वास्तविक उत्पत्ति और नेतृत्व को लेकर इतनी गड़बड़ी क्यों है?
सियासी हलचल और विपक्षी हमला
जायसवाल के इस पोस्ट के बाद बिहार की राजनीति में नई हलचल मच गई है। NDA के नेता जहां PK पर हमलावर हैं, वहीं महागठबंधन खेमे में भी इसे लेकर कानाफूसी शुरू हो गई है। कई लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि क्या प्रशांत किशोर, जिन्होंने खुद को “बदलाव यात्रा” का चेहरा बनाया था, अब वित्तीय घोटाले के आरोपों में घिरते जा रहे हैं?
