सरायरंजन विधानसभा चुनाव 2025: क्या JDU 2025 में सरायरंजन में अपना गढ़ बरकरार रख पाएगी? विजय कुमार चौधरी हैट्रिक बनाने की कोशिश में हैं, वहीं जातिगत समीकरण, मतदान प्रतिशत और कम अंतर से ये चुनाव बिहार में एक सस्पेंस से भरा और दांव पर लगा मुकाबला है।
Sarairanjan Assembly Election 2025: सरायरंजन विधानसभा बिहार के समस्तीपुर जिले में स्थित और उजियारपुर संसदीय सीट के अंतर्गत आने वाली सामान्य श्रेणी की विधानसभा सीट है। यह सीट जदयू के लिए लंबे समय से मजबूत रही है, और विजय कुमार चौधरी का लगातार जीतना इसे और भी महत्वपूर्ण बनाता है। 2025 का चुनाव यह तय करेगा कि क्या जदयू अपनी पकड़ बनाए रख पाएगी या महागठबंधन की नई रणनीति इसे चुनौती देगी।
सरायरंजन विधानसभा सीट के चुनावी आंकड़े और वोटिंग पैटर्न
2010 में सरायरंजन विधानसभा सीट का परिणाम
- विजय कुमार चौधरी (JD(U)) - 53,946 वोट
- रामश्रय साहनी (RJD)- 36,389 वोट
- वोट मार्जिन: 17,557 वोट
2015 में सरायरंजन विधानसभा सीट का रिजल्ट
- विजय कुमार चौधरी (JD(U))- 81,055 वोट
- रंजीत निरगुणी (BJP) - 47,011 वोट
- वोट मार्जिन: 34,044 वोट
2020 में सरायरंजन विधानसभा सीट के परिणाम
- विजय कुमार चौधरी (JD(U)) - 72,666 वोट (लगभग 43%)
- अरबिंद कुमार साहनी (RJD) - 69,042 वोट (लगभग 41%)
- वोट मार्जिन: 3,624 वोट
नोट: इस बार मुकाबला बेहद सस्पेंसफुल और कांटे का रहा।
सरायरंजन विधानसभा सीट के जातीय समीकरण और मतदाता विश्लेषण
- अनुसूचित जाति मतदाता: 53,791 (19.14%)
- अनुसूचित जनजाति मतदाता: 84 (0.03%)
- मुस्लिम मतदाता: 29,228 (10.4%)
- ग्रामीण मतदाता: 281,041 (लगभग 100%)
- कुल मतदाता 2020: 281,041; मतदान प्रतिशत 2020 में 60.91%
नोट: जातीय समीकरण जदयू के पक्ष में है, लेकिन राजद और महागठबंधन की चुनौती इस सीट को और रोमांचक बनाती है।
प्रत्याशी प्रोफाइल, शिक्षा, संपत्ति और आपराधिक रिकॉर्ड
- विजय कुमार चौधरी (JD(U)) : लगातार विजेता, अनुभव और मजबूत जनाधार।
- अरबिंद कुमार साहनी (RJD) : महागठबंधन के प्रत्याशी, स्थानीय प्रभाव और युवा मतदाताओं पर पकड़।
- पोस्ट ग्रेजुएट सरांय रंजन की कुल संपत्ति 2 करोड़ रुपए हैं। उनका न तो कोई आपराधिक रिकॉर्ड है और न ही कोई देनदारी है।
- पिछली जीतों का अंतर और रणनीति जीत में निर्णायक।
सरायरंजन विधानसभा सीट पर बूथ मैनेजमेंट और चुनाव रणनीति
- जदयू ने मजबूत बूथ मैनेजमेंट और ग्रामीण नेटवर्क पर जोर दिया।
- महागठबंधन ने नए मतदाता और मुस्लिम वोटों पर ध्यान केंद्रित किया।
- यह सीट हमेशा सस्पेंसफुल और रोमांचक चुनाव के लिए जानी जाती रही है।
