बिहार चुनाव 2025 से पहले महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर हलचल तेज है। कांग्रेस ने 76 और वीआईपी ने 60 सीटों पर दावा किया है। वहीं, आरजेडी खुद 130 सीटों पर लड़ने की तैयारी में है, जिससे दलों के बीच खींचतान बढ़ गई है।
पटनाः बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 की औपचारिक घोषणा अब कुछ ही दिन दूर है और राजनीतिक हलचल तेज़ हो गई है। महागठबंधन के अंदर घटक दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर मंथन शुरू हो गया है। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस और वीआईपी ने अपने-अपने दावे पेश कर महागठबंधन में हलचल पैदा कर दी है।
कांग्रेस ने 76 सीटों पर ठोका दावा
सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस ने महागठबंधन के अन्य दलों के सामने 76 सीटों पर अपना दावा पेश किया है। इसके साथ ही पार्टी ने तीन-तीन संभावित प्रत्याशियों के नाम भी सूची में शामिल किए हैं। पार्टी का मानना है कि इन सीटों पर उसकी पकड़ मजबूत है और चुनावी तैयारियां पहले से ही शुरू हो चुकी हैं।
वीआईपी की 60 सीटों की दावेदारी पर विवाद
वहीं वीआईपी ने भी 60 सीटों पर दावा पेश किया है। हालांकि, महागठबंधन के अन्य घटक दल इसे लेकर सहज नहीं हैं। पार्टी के सूत्रों का कहना है कि वीआईपी का प्रदेश में जनाधार सीमित है और संगठन का विस्तार भी पूरे प्रदेश में नहीं है। साथ ही, संभावित प्रत्याशियों के नाम भी अभी तक साझा नहीं किए गए हैं।
वाम दलों और नए सहयोगियों की स्थिति
वाम दलों (भाकपा माले, माकपा और भाकपा) ने 40 सीटों पर चुनाव लड़ने की अपनी दावेदारी पेश की है। रालोजपा और झामुमो ने फिलहाल केवल 5-5 सीटों पर दावा पेश किया है। महागठबंधन की कोशिश है कि दशहरा से पहले यह तय हो जाए कि कौन-सा दल कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा।
आरजेडी की तैयारी
आरजेडी इस बार खुद कम से कम 130 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है। महागठबंधन के अंदर सभी दलों के दावों और तैयारियों के बाद ही अंतिम सीट बंटवारा तय होगा। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि कांग्रेस और वीआईपी के दावों में संतुलन बनाने के लिए कई राउंड की बैठकें हो सकती हैं।
