बिहार चुनाव से पहले JJD अध्यक्ष तेज प्रताप यादव ने 10-15 सीटें जीतने का दावा किया है। उनके अनुसार, जनता बदलाव चाहती है और उनकी पार्टी को समर्थन दे रही है। उन्होंने कहा कि अंतिम फैसला चुनाव परिणामों से ही तय होगा।

पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण के मतदान से पहले राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। सभी दल जनता तक अपने संदेश और वादे लेकर पहुँचने में जुटे हैं। इसी दौरान जनशक्ति जनता दल (JJD) के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजप्रताप यादव ने अपनी पार्टी के प्रदर्शन को लेकर एक बड़ा दावा किया है। तेजप्रताप ने कहा है कि उनकी पार्टी इस चुनाव में 10 से 15 सीटें जीतने की स्थिति में है।

चुनावी माहौल में दिया बयान

महुआ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे तेजप्रताप यादव से मीडिया ने संवाद किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि लोगों का रुझान उनकी पार्टी की ओर है और इस बार का चुनाव पारंपरिक राजनीति से अलग परिणाम दे सकता है। तेजप्रताप के अनुसार, जनता बदलाव और नई राजनीतिक दिशा की तलाश में है, जिसकी वजह से उनकी पार्टी को समर्थन मिल रहा है।

जनता के रुझान पर भरोसे की बात

तेजप्रताप यादव ने कहा कि मतदाता इस बार केवल घोषणाओं या बयानों पर मतदान नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि मतदाता भरोसे, कार्यशैली और स्थायी परिवर्तन के आधार पर निर्णय करेंगे। उन्होंने यह भी दावा किया कि उनकी पार्टी का संदेश ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में स्वीकार किया जा रहा है।

विपक्ष के आरोपों पर प्रतिक्रिया

चुनाव के बीच EVM, वोटिंग पैटर्न और चुनावी प्रक्रिया को लेकर विपक्ष द्वारा लगाए जा रहे आरोपों पर भी तेजप्रताप यादव से सवाल पूछा गया। इस पर उन्होंने कहा कि आरोप-प्रत्यारोप आम चुनावी माहौल का हिस्सा होते हैं, लेकिन उनका प्रभाव सीमित होता है। तेजप्रताप का कहना है कि जनता स्वयं स्थिति का मूल्यांकन करती है और उसके अनुसार निर्णय लेती है।

सरकार गठन को लेकर प्रतिक्रिया

जब उनसे पूछा गया कि चुनाव परिणाम आने के बाद सरकार किसकी बनेगी, तो तेजप्रताप ने कहा कि अंतिम फैसला जनता के हाथ में है। उन्होंने कहा कि 14 नवंबर को नतीजे स्पष्ट कर देंगे कि बिहार किस दिशा में आगे बढ़ने वाला है। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पार्टी चुनाव के बाद किसी भी राजनीतिक परिस्थिति का मूल्यांकन करते हुए आगे की रणनीति तय करेगी।

राजनीतिक जानकारों का मानना है कि तेजप्रताप यादव इस चुनाव में अपना स्वतंत्र राजनीतिक दायरा स्थापित करने का प्रयास कर रहे हैं। हालांकि उनकी पार्टी का संगठन अभी छोटे स्तर पर है, लेकिन कुछ क्षेत्रों में उनकी व्यक्तिगत पहचान और परिवार की राजनीतिक उपस्थिति असर डाल सकती है। विश्लेषकों का कहना है कि परिणाम यह तय करेगा कि JJD आगामी वर्षों में अपनी भूमिका मजबूत कर पाएगी या नहीं।