नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपनी अधिकार यात्रा शुरू की है। वे NDA सरकार पर बेरोजगारी, अपराध और महंगाई को लेकर हमला बोल रहे हैं। इस यात्रा का उद्देश्य 10 जिलों में जनता से जुड़कर चुनाव से पहले उनकी आवाज उठाना है।

पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपनी अधिकार यात्रा के दौरान एनडीए सरकार पर जमकर हमला बोला। मंगलवार को जहानाबाद से शुरू हुई यात्रा के दौरान उन्होंने कहा कि बिहार की वर्तमान स्थिति चिंता का विषय बन चुकी है। राज्य में गुंडों का राज है, बेरोजगारी बढ़ रही है और आम जनता गरीबी की मार झेल रही है। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि एनडीए सरकार ने विकास के नाम पर सिर्फ वादे किए हैं, जबकि हक़ीक़त में युवाओं को रोजगार नहीं मिला और अपराध लगातार बढ़ा है।

यात्रा के पहले दिन जहानाबाद के गांधी मैदान में आयोजित सभा में तेजस्वी ने कहा, “आज बिहार का हाल देखिए। जगह-जगह अपराध बढ़ रहा है, पत्रकारों पर हमले हो रहे हैं और आम लोगों को अपनी आवाज उठाने का भी डर है। सरकार के पास न तो रोजगार का कोई ठोस प्लान है, न ही महंगाई से राहत देने का उपाय। ऐसे में जनता बदलाव चाहती है।”

तेजस्वी ने कहा कि उनकी यात्रा सिर्फ प्रचार के लिए नहीं है, बल्कि यह एक मिशन है जिसमें जनता की आवाज़ विधानसभा तक पहुँचाई जाएगी। उन्होंने बताया कि इस यात्रा में वे हर जिले में जनता से मिलेंगे, उनकी समस्याएँ समझेंगे और चुनाव में बिहार की सच्ची तस्वीर सामने लाएँगे। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार की नीतियों ने युवाओं को निराश किया है और किसानों को भी कोई राहत नहीं दी गई है।

तेजस्वी ने आगे कहा कि बिहार की जनता अब ठगी का शिकार नहीं होना चाहती। लोग बदलाव चाहते हैं। वे चाहते हैं कि उनकी आवाज़ सुनी जाए। हमारी यात्रा का लक्ष्य यही है कि जनता को उनके अधिकार का एहसास कराया जाए और उन्हें बताना है कि उनके लिए कौन खड़ा है।

यात्रा का रूट रणनीतिक रूप से तय किया गया है। जहानाबाद से शुरू होकर यह यात्रा नालंदा, पटना, बेगूसराय, खगड़िया, मधेपुरा, सहरसा, सुपौल, समस्तीपुर और उजियारपुर होते हुए 20 सितंबर को वैशाली में समाप्त होगी। तेजस्वी की कोशिश है कि पांच दिनों में 10 जिलों की 66 विधानसभा सीटों तक पहुँचा जाए। ये वही इलाके हैं जहाँ पिछले चुनावों में एनडीए और महागठबंधन के बीच कड़ी टक्कर देखी गई थी।

तेजस्वी ने कहा कि बेरोजगारी, महंगाई और अपराध की वजह से राज्य की जनता परेशान है। उन्होंने आरोप लगाया कि एनडीए सरकार युवाओं को भ्रमित कर रही है और विकास की योजनाएँ कागज़ों तक सीमित रह गई हैं। “हम जनता के बीच जाकर उनकी समस्या सुनेंगे और उनके अधिकार के लिए लड़ाई लड़ेंगे। 

तेजस्वी यादव की यह यात्रा बिहार की राजनीति में नए समीकरण बनाने का प्रयास है। विपक्ष को एकजुट कर एनडीए के खिलाफ सशक्त अभियान चलाने की उनकी योजना बिहार के चुनावी मैदान में नई ऊर्जा भर सकती है। चुनाव नजदीक है और यह देखना दिलचस्प होगा कि तेजस्वी की अधिकार यात्रा जनता के बीच कितना असर छोड़ती है।