2025 बिहार चुनाव में महागठबंधन का सीएम चेहरा अब तक अस्पष्ट है। राजद तेजस्वी को आगे बढ़ा रहा है, पर कांग्रेस जनता की राय पर ज़ोर दे रही है। इससे राजद बेचैन है। 

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले महागठबंधन में मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रही असमंजस की स्थिति राजद के लिए चिंता का विषय बन गई है। राष्ट्रीय जनता दल ने कई बार साफ कर दिया है कि तेजस्वी यादव ही उनके सीएम फेस हैं, लेकिन कांग्रेस की तरफ से इस विषय पर अस्पष्टता राजद में बेचैनी का कारण बनी है। कांग्रेस के बिहार प्रभारी कृष्णा अलावरू ने हाल ही में कहा कि सीएम फेस की घोषणा जनता करेंगी और गठबंधन के नेताओं के बीच बैठकों के बाद और स्पष्टता आएगी। राहुल गांधी भी कई बार सीएम फेस को लेकर पूछे गए सवालों को टाल दिया है।

क्या कहा कृष्णा अलावरू ने 

दरअसल, कृष्णा अल्लावरु ने कहा था कि महागठबंधन घोषणापत्र जारी करेगा, कांग्रेस अलग से कोई घोषणापत्र जारी नहीं करेगी। महागठबंधन घोषणापत्र के साथ हर घर अधिकार यात्रा निकालेगा और सीएम चेहरे का ऐलान भी जनता के बीच होगा। सीट बंटवारे के सवाल पर अल्लावरु ने कहा कि हमारा मानना ​​है कि अगर गठबंधन में नए साथी आते हैं तो सभी को समझौता करना होगा, तभी नए साथी को मौका मिलेगा। हर राज्य में अच्छी और बुरी सीटें होती हैं। सीट बंटवारा समय पर हो जाएगा।

राजद में बेचैनी

राजद के लोग इस अस्पष्टता को लेकर नाराज है क्योंकि वे मानते हैं कि तेजस्वी यादव के सीएम फेस बनने से महागठबंधन के चुनावी गणित मजबूत होंगे। वहीं कांग्रेस की बयानबाजी यह संकेत देती है कि वह सीएम चेहरे के चयन को लेकर अभी किसी भी पूर्वनिर्धारित निर्णय पर नहीं है और जनता की चुनिन्दगी पर जोर दे रही है।

कांग्रेस की इस भूमिका से जुड़े राजनीतिक जानकारों का मानना है कि पार्टी चुनाव से पहले अपनी अहम भूमिका बनाए रखना चाहती है, जिससे सीएम फेस चुनने में भी उसका दखल बने। इस बीच, तेजस्वी यादव समर्थक राजद कार्यकर्ताओं में भी यह बेचैनी फैल रही है कि कहीं कांग्रेस की नीतिगत चुनौतियां उनकी उम्मीदवारी को कमजोर न कर दें।

महागठबंधन के लिए समय संवेदनशील

राजनीतिक जानकारों के अनुसार महागठबंधन के लिए यह समय बहुत संवेदनशील है, क्योंकि सीएम फेस के विषय पर देर से फैसला होने की स्थिति में गठबंधन का वोट बैंक बिखरने का खतरा भी रहता है। उधर, विपक्षी दल एनडीए इस मुद्दे को लेकर जितना कर सके, राजनीतिक लाभ उठाने के लिए तत्पर हैं।

राजद के नेता और कार्यकर्ता जोर दे रहे हैं कि जल्द से जल्द मुख्यमंत्री चेहरे का ऐलान कर महागठबंधन को मजबूती देनी होगी, ताकि चुनावी मोर्चे पर सभी दल एकजुट होकर काम कर सकें। कांग्रेस और अन्य सहयोगी दलों के साथ बातचीत तेजी से चल रही है, लेकिन सीएम फेस के मामले में अभी भी रणनीति स्पष्ट नहीं हुई है।