पटना साहिब स्थित तख्त श्री हरमंदिर साहिब को आरडीएक्स से उड़ाने की धमकी के बाद पुलिस ने गेस्ट हाउस से विदेशी पिस्तौल और कारतूस के साथ 4 युवकों को गिरफ्तार कर बड़ा खुलासा किया। सुरक्षा एजेंसियाँ अलर्ट पर हैं।
पटना साहिब स्थित तख्त श्री हरमंदिर साहिब को आरडीएक्स से उड़ाने की धमकी ने पूरे प्रदेश में सनसनी फैला दी थी। सुरक्षा एजेंसियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पटना साहिब स्थित ‘जोहरी निवास’ गेस्ट हाउस में छापेमारी कर बड़ी सफलता हासिल की। छापेमारी के दौरान पुलिस ने विदेशी निर्मित तीन पिस्तौल, पाँच खाली कारतूस, मैगजीन और अन्य संदिग्ध सामान बरामद किया। साथ ही चार पंजाबी युवकों को गिरफ्तार कर पूरे मामले की गहराई से जांच शुरू कर दी है।
गेस्ट हाउस में छापा और हथियार बरामद
पुलिस ने गेस्ट हाउस के कमरा नंबर 305 और 306 में छापा मारा। ये कमरे एक निजी चैनल के नाम से बुक किए गए थे। जांच में पाया गया कि इन कमरों में रह रहे युवकों का मकसद संदिग्ध था। पुलिस अब यह पता लगा रही है कि क्या इनका संबंध किसी बड़े गिरोह से है और क्या वे किसी आपराधिक गतिविधि में शामिल थे। हथियारों की बरामदगी ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है।
पकड़े गए युवकों की पहचान
गिरफ्तार युवकों की पहचान जसकरण सिंह (बलदेव सिंह का बेटा), सरदार विजय सिंह (रशम सिंह का बेटा), सरदार मणि सिंह (प्रेम सिंह का बेटा) और अमन सिंह (पिरती पाल सिंह का बेटा) के रूप में हुई है। पुलिस ने जसकरण सिंह को औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया है, जबकि बाकी तीन आरोपियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। प्रारंभिक पूछताछ में यह खुलासा हुआ है कि जसकरण हथियारों की तस्करी में शामिल है और पंजाब का निवासी है।
पुलिस का बयान
पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि जसकरण प्रीत सिंह पहले भी हथियार तस्करी में संलिप्त रहा है। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की गहन जांच की जा रही है और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि किसी भी संभावित खतरे से निपटा जाए। पुलिस का फोकस सिर्फ आरोपियों की गिरफ्तारी तक सीमित नहीं है, बल्कि उनके नेटवर्क और संपर्कों की पूरी पड़ताल की जा रही है।
सुरक्षा व्यवस्था पर कड़ी निगरानी
तख्त श्री हरमंदिर साहिब को मिली धमकी के बाद से ही सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। गुरुद्वारे और उसके आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है। विशेष रूप से किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना पर पुलिस और अन्य बल तुरंत मौके पर पहुंच रहे हैं। प्रशासन ने स्थानीय लोगों से भी सतर्क रहने और किसी भी असामान्य गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देने की अपील की है।
प्रदेश में हथियार तस्करी की चुनौती
यह घटना बिहार में बढ़ती हथियार तस्करी की गंभीर चुनौती को उजागर करती है। विदेशी पिस्तौल और गोला-बारूद का अराजक गतिविधियों में इस्तेमाल का खतरा प्रशासन के लिए बड़ा सिरदर्द बन गया है। पुलिस अब ऐसे नेटवर्क को तोड़ने और अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई की योजना बना रही है ताकि धार्मिक स्थलों और सार्वजनिक जीवन को किसी भी प्रकार की हिंसा से सुरक्षित रखा जा सके। पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है। आरोपियों के कॉल डिटेल्स, नेटवर्क और संभावित संपर्कों की छानबीन की जा रही है। सुरक्षा एजेंसियां राज्यभर में नकेल कसने की तैयारी में हैं ताकि इस तरह की घटनाओं को अंजाम देने वाले तत्वों को समय रहते रोक लिया जाए।
