उपेन्द्र कुशवाहा की RLM ने बिहार चुनाव 2025 के लिए 6 में से 4 उम्मीदवारों की सूची जारी की है। उनकी पत्नी स्नेहलता सासाराम से चुनाव लड़ेंगी। यह घोषणा अमित शाह से मुलाकात के बाद हुई है, जो NDA में तनाव खत्म होने का संकेत है।
पटनाः राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। देर शाम जारी की गई इस सूची में राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) ने छह निर्धारित सीटों में से चार सीटों पर उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की है। इस लिस्ट में सबसे बड़ा नाम खुद उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी का है। रालोमो की ओर से प्रदेश महासचिव सुभाष चन्द्रवंशी द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई कि राष्ट्रीय जनता दल गठबंधन के सदस्य दलों के बीच हुई विस्तृत चर्चा के बाद यह सीटें निर्धारित की गईं थीं।
सासाराम से पत्नी स्नेहलता मैदान में
इस सूची की सबसे अहम खबर रोहतास जिले की सासाराम विधानसभा सीट से आई है। इस सीट से स्वयं उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी स्नेहलता को उम्मीदवार बनाया गया है। पत्नी को चुनावी मैदान में उतारकर उपेंद्र कुशवाहा ने न सिर्फ सासाराम की सीट पर अपनी व्यक्तिगत साख दांव पर लगाई है, बल्कि यह भी स्पष्ट कर दिया है कि वह इस चुनाव को पूरी गंभीरता से ले रहे हैं।
अन्य महत्वपूर्ण सीटों पर उम्मीदवार
सासाराम के अलावा रालोमो ने तीन अन्य सीटों पर भी उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की है। मधुबनी: मधुबनी सीट से माधव आनंद को टिकट दिया गया है। समस्तीपुर जिले की उजियारपुर सीट से प्रशांत कुमार पंकज को मैदान में उतारा गया है। रोहतास जिले की दिनारा सीट से आलोक कुमार सिंह को उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं रालोमो कोटे की दो सीटें, सीतामढ़ी की बाजपट्टी और मुजफ्फरपुर की पारू को फिलहाल रिक्त (Vacant) रखा गया है। इन सीटों पर उम्मीदवारों के नामों की घोषणा बाद में की जाएगी, जिसके पीछे संभावित सीट समझौते या राजनीतिक समीकरण साधने की रणनीति हो सकती है।
अमित शाह से मुलाकात के बाद सब हुआ फाइनल
यह लिस्ट ऐसे समय में आई है जब उपेंद्र कुशवाहा का नाम हाल ही में राजनीतिक अटकलों के केंद्र में था। हाल ही में उन्होंने बयान दिया था कि 'नथिंग इज वेल इन एनडीए,' जिससे गठबंधन के भीतर दरार की खबरें तेज हो गई थीं। इसी तनावपूर्ण माहौल के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें दिल्ली बुलाया था। इस मुलाकात के बाद कुशवाहा ने पटना स्थित पार्टी कार्यालय में बुलाई गई अपनी आपात बैठक को अचानक स्थगित कर दिया था।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अमित शाह से मुलाकात के बाद कुशवाहा ने अपना रुख बदल लिया और गठबंधन के भीतर सीटों पर अंतिम सहमति बनी। इस लिस्ट का जारी होना, विशेष रूप से पत्नी को सासाराम से टिकट देना, इस बात का संकेत है कि गठबंधन के भीतर तनाव अब समाप्त हो चुका है और रालोमो प्रमुख अब पूरी ताकत से चुनावी तैयारी में जुट गए हैं।
