VIP प्रमुख मुकेश सहनी ने बिहार से युवाओं के पलायन पर सरकार को घेरा है। उन्होंने पूछा कि 20 साल नीतीश और 11 साल मोदी सरकार के बाद भी राज्य क्यों युवकविहीन हो रहा है? सहनी ने बिहार को सिर्फ मजदूर सप्लाई वाला प्रदेश बनाने का आरोप लगाया।

पटनाः बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 नजदीक आते ही राजनीतिक बयानबाज़ी तेज हो गई है। इसी कड़ी में विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के प्रमुख और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने केंद्र और राज्य सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि बिहार के गाँव आज युवकविहीन हो रहे हैं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह इस मुद्दे पर अब तक खामोश हैं।

बिहार को मजदूर सप्लाई वाला प्रदेश बना दिया गया

मुकेश सहनी ने कहा कि यह बिहार की ताकत है कि चुनाव आते ही प्रधानमंत्री और गृहमंत्री बिहार का रुख करने लगते हैं। लेकिन मूल सवालों पर वे चुप हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, "आज बिहार के गाँवों से नौजवान पलायन कर रहे हैं। पढ़ाई, नौकरी और रोजगार के लिए युवाओं को अपना घर छोड़ना पड़ रहा है। कई गाँव तो युवकविहीन हो चुके हैं। क्या बिहार को सिर्फ मजदूर सप्लाई करने वाला प्रदेश बनाए रखना ही इनकी योजना है?"

20 साल नीतीश कुमार, 11 साल मोदी सरकार…फायदा कहाँ?

VIP प्रमुख ने सवाल उठाया कि दो दशक से बिहार की बागडोर नीतीश कुमार के हाथ में रही और 11 साल से केंद्र में मोदी सरकार है, लेकिन राज्य की तस्वीर में कोई बड़ा बदलाव क्यों नहीं आया?उन्होंने कहा, "बीस साल की सरकार के बाद भी अगर गाँव से युवाओं का पलायन रुक नहीं रहा, तो यह उनकी नाकामी का सबूत है। मोदी जी और नीतीश जी बताएं कि इतने लंबे कार्यकाल में बिहार को क्या फायदा मिला?"

चुनाव आते ही उद्योग की याद आती है

सहनी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि जब-जब चुनाव आता है, तब-तब उन्हें बिहार में उद्योग लगाने की याद आती है। हकीकत यह है कि उनकी चिंता उद्योग लगाने की नहीं, बल्कि वोट जुटाने की है। हर बार लोगों को सब्ज़बाग दिखाया जाता है, लेकिन हक़ीक़त में कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता।

महागठबंधन की नियत साफ

महागठबंधन की ओर से अपनी बात रखते हुए मुकेश सहनी ने दावा किया कि उनकी नीति और नियत साफ है। उन्होंने कहा, "हम नया बिहार बनाना चाहते हैं, जहां युवाओं को अपने जिले में नौकरी और रोजगार मिले। जहाँ शिक्षा और स्वास्थ्य की बेहतर व्यवस्था हो, ताकि लोगों को पढ़ाई और इलाज के लिए दूसरे राज्यों में न जाना पड़े।"

चुनावी माहौल में 'पलायन' मुद्दा

बिहार में पलायन का मुद्दा हमेशा से राजनीतिक बहस का केंद्र रहा है। लाखों युवा रोज़गार की तलाश में दिल्ली, मुंबई, गुजरात और पंजाब जैसे राज्यों की ओर जाते हैं। चुनाव नजदीक आते ही इस पर सियासत गर्म हो जाती है। इस बार मुकेश सहनी ने इस मुद्दे को सीधा प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के सामने खड़ा कर दिया है।