सार

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है। गुरुवार सुबह नक्सलियों के साथ मुठभेड़ के बाद भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद की है। एनकाउंटर के बाद असला छोड़कर जान बचाकर भागे आरोपी।

सुकमा (sukma news). छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा शहर से बड़ी खबर सामने आई है। यहां गुरुवार सुबह नक्सलियों के साथ मुठभेड़ के बाद सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है। दरअसल यहां जवानों ने भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद की है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सुकमा के किस्टाराम थाना क्षेत्र के सकलेर गांव के करीब सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ के बाद भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद हुआ है।

नक्सल विरोधी टीम का सुबह सुबह हुआ नक्सलियों से हुआ सामना

अधिकारियों के मुताबिक, डब्बामरका शिविर से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की कोबर बटालियन और एसटीएफ के संयुक्त दल को नक्सल विरोधी अभियान के लिए सुबह छह बजे के आसपास सकलेर गांव की तरफ रवाना किया गया था। अधिकारियों ने बताया कि अभियान के दौरान सुबह सात बजे के आसपास सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें नक्सलियों को भारी नुकसान पहुंचा। अधिकारियों के अनुसार, लगभग 45 मिनट तक चली मुठभेड़ के दौरान छह नक्सली घायल होकर भागते हुए देखे गए।

एनकाउंटर में जख्मी हुए 3 जवान

सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के दो जवान घायल हो गए। एक पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में करीब आधा दर्जन नक्सली गोली लगने के कारण घायल हो गए। सुकमा जिले के पुलिस अधीक्षक सुनील शर्मा ने बताया कि सुकमा के किस्टाराम थाना क्षेत्र के सकलेर गांव के पास सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन के दो जवान घायल हुए हैं।

ये विस्फोटक सामग्री हुई बरामद

सुरक्षाबलों ने जब घटनास्थल की तलाशी ली तो वहां से भारी मात्रा में बैरल ग्रेनेड लॉन्चर और अन्य विस्फोटक सामग्री बरामद हुई। शर्मा के मुताबिक, इस मुठभेड़ में कोबरा बटालियन के निरीक्षक मुनेश कुमार मीणा और आरक्षक अमित मोड़क को मामूली चोटें आई हैं। प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को इलाज के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया गया है। शर्मा के अनुसार, इलाके में तलाशी अभियान जारी है।

इसे भी पढ़े- झारखंड में 1 करोड़ के नक्सली को पकड़ने की थी प्लानिंग, तभी IED ब्लास्ट की चपेट में आए 3 जवान