चंडीगढ़. सेक्टर 32 की एक पीजी में लगी आग के दौरान जिन 3 लड़कियों की मौत हुई थी, उसमें एक 21 साल की मुस्कान मेहता भी शामिल थी। जिस वक्त यह हादसा हुआ उस समय वो अपने पापा राजीव मेहता से फोन पर बात कर रही थी। कुछ देर बाद वो घबराकर आखिरी बार बोली-पापा.. पापा पीजी में आग लगी है, हम कमरे में फंस गए हैं, बहुत धुआं हो रहा है और उसको मोबाइल होल्ड हो गया। फिर राजीव बेटी की बात सुनकर बेबस हो गया और 250 किलोमीटर दूर चंडीगढ़ में बेटी को बचाने के अपने छोटे भाई दिनेश को फोन किया। मगर तब तक देर हो चुकी थी।