सार
दिल्ली में सरेआम बंदूक की नोक पर कैब चालक से दो लाख रुपए लूटने का मामला सामने आया है। बाइक सवार बदमाशों ने इस वारदात को एकदम फिल्मी अंदाज में अंजाम दिया है। इस घटना का सीसीटीवी भी सामने आया है। जिसमें बदमाश बेखौफ नजर आ रहे हैं।
दिल्ली, देश की राजधानी दिल्ली में अपराध बेलगाम होता जा रहा है। बदमाशों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वह सरेआम दिनदहाड़े लूट और हत्याओं को अंजाम दे रहे हैं। ताजा मामला दिल्ली के प्रगति मैदान की टनल से सामने आया है। जहां बदमाशों ने बंदूक की नोक पर बीच सड़क पर एक कैब रोकी और बैग लूट लिया। बताया जाता है कि इस बैग में करीब दो लाख रूपए कैश रखे थे।
दिल्ली सरकार की मंती आतिशी ने वारदात के बाद LG से मांगा इस्तीफा
राजधानी में हुई इस वारदात के बाद दिल्ली में अरविंद केजरीवाल सरकार में मंत्री आतिशी का बयान सामने आया है। उन्होनें ट्वीट कर लिखा-LG साहब: अगर आपको @ArvindKejriwal के कामों का क्रेडिट लेने से फ़ुरसत मिले तो कभी अपनी संवैधानिक ज़िम्मेदारी पर भी ध्यान दीजिए। दिल्ली वालों को सुरक्षा देना आपका काम है। और अब दिन दहाड़े दिल्ली में चोरी, डकैती और क़त्ल की वारदातें हो रही हैं। या तो आप सुरक्षा की ज़िम्मेदारी लीजिए, वरना इस्तीफ़ा दे दीजिए….
सीएम केजरीवाल केंद्र सरकार पर किया हमला
वहीं सीएम केजरीवाल ने भी दिल्ली के एलजी से इस्तीफा मांगा है। कहा कि जो व्यक्ति दिल्ली के लोगों को सुरक्षा प्रदान नहीं कर सकता है उसे इस पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है। साथ ही केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि अगर केंद्र सरकार दिल्ली को सुरक्षित नहीं बना सकती तो इसे हमें सौंप दें। हम आपको दिखाएंगे कि किसी शहर को उसके नागरिकों के लिए कैसे सुरक्षित बनाया जाए।
दिल्ली टनल की लूट एक दम फिल्मी अंदाज में हुई
दिल्ली पुलिस के उपायुक्त प्रणव तायल का बयान भी सामने आया है। उन्होंने बताया कि पटेल सजन कुमार चांदनी चौक स्थित ओमिया एंटरप्राइजेज में डिलीवरी एजेंट के रूप में काम करता है। वह शनिवार शाम अपने दोस्त जिगर पटेल के साथ दो लाख रुपए लेकर कार से गुरुग्राम देने जा रहा था। जब वह रिंग रोड से प्रगति मैदान टनल में घुसा तो तभी दो बाइकों पर आए चार बदमाशों ने हथियारों के बल पर कैब जबरदस्ती रोक ली। इसके बाद बंदूक की नोक पर गाड़ी में रखा बैग मांगा और उसे लेकर फरार हो गए। लूट की घटना के बाद पीड़ित युवक पटेल सजन कुमार तिलक मार्ग थाना पुलिस थाना पहुंचे और लूट की शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने मामले दर्ज करते ही बदमाशों की तलाश शुरू कर दी है। लेकिन अभी तक वह पुलिस के हाथ नहीं लगे हैं।