मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल 7 नवंबर को अंबाजी से ‘जनजातीय गौरव यात्रा’ की शुरुआत करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से यह यात्रा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती और आदिवासी समाज के योगदान के सम्मान में आयोजित की जा रही है।

गांधीनगर। मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल 7 नवंबर, शुक्रवार को आद्यशक्ति धाम अंबाजी से ‘जनजातीय गौरव यात्रा’ की शुरुआत करेंगे। यह यात्रा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर आयोजित की जा रही है।

बिरसा मुंडा की जयंती पर ‘जनजातीय गौरव वर्ष’ का आयोजन

प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में इस वर्ष को ‘जनजातीय गौरव वर्ष’ के रूप में मनाया जा रहा है। इसका उद्देश्य नई पीढ़ी को स्वतंत्रता संग्राम में आदिवासी समुदाय के योगदान और भगवान बिरसा मुंडा के जीवन से प्रेरणा देना है।

अंबाजी से उमरगाम तक दो रूटों पर निकलेगी यात्रा

‘जनजातीय गौरव यात्रा’ गुजरात के दो प्रमुख स्थानों से निकलेगी- उत्तर गुजरात के अंबाजी से और दक्षिण गुजरात के उमरगाम से, जो महाराष्ट्र सीमा पर स्थित है। यह यात्रा 7 से 13 नवंबर तक चलेगी और 14 आदिवासी जिलों समेत राज्य के कई हिस्सों से गुजरेगी।

राज्य के मंत्री और जनप्रतिनिधि रहेंगे शामिल

इस शुभारंभ कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष श्री शंकरभाई चौधरी, राज्य मंत्री पी.सी. बरंडा, कमलेशभाई पटेल, प्रवीणभाई माली और स्वरूपजी ठाकोर भी उपस्थित रहेंगे।

जनजागृति और जनभागीदारी से भरे होंगे कार्यक्रम

यात्रा के दौरान जनजातीय गौरव रथ जिन गांवों में पहुंचेगा, वहां ग्रामीणों द्वारा स्वागत किया जाएगा। रात्रि ठहराव स्थलों पर भगवान बिरसा मुंडा के जीवन पर नाटक, प्रदर्शन और सरकार की योजनाओं की जानकारी दी जाएगी।

स्वास्थ्य, स्वच्छता और सेवा के कार्यक्रम भी होंगे

यात्रा मार्ग के गांवों में स्वास्थ्य जांच शिविर, सेवा सेतु अभियान, सामूहिक स्वच्छता कार्यक्रम और अन्य सेवाभावी गतिविधियां आयोजित होंगी। बच्चों, युवाओं और समाज के लिए भी बिरसा मुंडा के जीवन से जुड़ी प्रतियोगिताएं व कार्यक्रम रखे जाएंगे।

चित्रकला, नाटक और व्याख्यान से बढ़ेगा जनजागरण

राज्य सरकार विभिन्न जिलों में चित्रकला और वक्तृत्व प्रतियोगिता, नाटक-भवाई और फिल्म प्रदर्शन भी आयोजित करेगी, ताकि लोग बिरसा मुंडा के योगदान को और बेहतर समझ सकें।

20 जिलों में भी होंगे जनजातीय गौरव उत्सव

14 आदिवासी जिलों के अलावा, 20 अन्य जिलों में भी 13 से 15 नवंबर के बीच ‘जनजातीय गौरव वर्ष उत्सव’ के कार्यक्रम आयोजित होंगे।

15 नवंबर को डेडियापाडा में राष्ट्रीय स्तर का समारोह

प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर 15 नवंबर को डेडियापाडा में राष्ट्रीय समारोह होगा, जो देवमोगरा माताजी के सान्निध्य में आयोजित किया जाएगा।

‘विकास भी, विरासत भी’ मंत्र से आगे बढ़ेगा गुजरात

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि ‘जनजातीय गौरव रथयात्रा’ आदिवासी समाज को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने में अहम भूमिका निभाएगी। उन्होंने विश्वास जताया कि यह यात्रा प्रधानमंत्री के ‘विकास भी, विरासत भी’ के मंत्र को साकार करेगी और भगवान बिरसा मुंडा के ‘हमारा देश, हमारा राज’ के नारे को आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत के निर्माण से जोड़ेगी।