सार

साइबर अपराधी लोगों को ठगने के नए-नए तौर-तरीके खोज रहे हैं। हाल ही में गुजरात के जामनगर में 'वर्क फ्रॉम होम घोटाला' सामने आया है। यहां के एक कपल से साइबर अपराधियों ने 1.12 करोड़ रुपए ठग लिए।

जामनगर. साइबर अपराधी लोगों को ठगने के नए-नए तौर-तरीके खोज रहे हैं। हाल ही में गुजरात के जामनगर में 'वर्क फ्रॉम होम घोटाला' सामने आया है। यहां के एक कपल से साइबर अपराधियों ने 1.12 करोड़ रुपए ठग लिए। फिल्मों के टिकट का बिजनेस और उन्हें रेटिंग देने का घर बैठे काम करके अतिरिक्त आय अर्जित करने के बहाने स्कैमर्स द्वारा कपल को कथित तौर पर बरगलाया गया था। कपल को मूवी टिकट खरीदने और विभिन्न भाषाओं की फिल्मों को रेट करने के लिए कहा गया।

पढ़िए 12 पॉइंट्स में कैसे की गई ठगी?

1. कपल को टेलीग्राम पर वर्क फ्रॉम होम अपॉरचुनिटी का एक विज्ञापन मैसेज मिला। इंस्टेंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म पर उन्हें मिले मैसेज में कहा गया है, "आप आराम से घर बैठे कमाई कर सकते हैं, केवल आपको फिल्मों को रेटिंग देनी है।" मैसेज ने डेली वर्क के साथ 2500 रुपये से 5,000 रुपये के बीच आय का वादा किया।

2. इस अवसर के बारे में अधिक जानने के लिए कपल ने सेंडर से संपर्क किया। उसने कपल को फर्जी वेबसाइट पर खुद को रजिस्टर्ड करने और पासवर्ड बनाने के लिए कहा। बाद में कपल को टेलीग्राम ग्रुप के मेंबर्स के रूप में भी एड किया गया।

3. कपल को मूवी टिकट में निवेश करने के लिए कहा गया था। रजिस्ट्रेशन प्रॉसेस के बाद कपल को फिल्में देखने और उन्हें रेटिंग देने के लिए कहा गया।

4.कपल को रेटिंग देने से पहले सबूत के तौर पर फिल्मों के टिकट खरीदकर उन्हें देखने के लिए कहा गया था। इन फर्जी निर्देशों का पालन करते हुए कपल ने वेबसाइट पर लॉग इन किया और हॉलीवुड, बॉलीवुड और दक्षिण भारतीय हिंदी डब फिल्मों सहित विभिन्न भाषाओं में लगभग 28 फिल्में देखने के लिए मूवी टिकट का एक बंच खरीदा।

5.हॉलीवुड, बॉलीवुड और दक्षिण भारतीय हिंदी डब फिल्में देखने और रेटिंग करने के बाद कपल को 2500 रुपये से 5,000 रुपये के बीच फिल्म की रेटिंग के लिए कमीशन के साथ भुगतान किया जाना था। इसके अतिरिक्त फिल्मों पर कमीशन बॉलीवुड, हॉलीवुड या साउथ इंडियन मूवीज पर बेस्ड था।

6. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कपल का बैकग्राउंड वेल एजुकेटेड है। शिकायतकर्ता की पत्नी की अंग्रेजी भी अच्छी है। चूंकि अवसर घर पर आराम से पैसे कमाने का आफर कर रहा था, इसलिए कपल ने इस अवसर में दिलचस्पी दिखाई। उन्होंने मूवी रेटिंग व्यवसाय के बारे में भी ऑनलाइन खोज की और अपने रिसर्च के बाद उन्हें यह आफर जेनुएन लगा।

7.युगल ने रजिस्ट्रेशन के बाद फिल्मों की रेटिंग शुरू कर दी। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, "टिकटों का पहला बंच खरीदने के लिए, जालसाजों ने पीड़िता का विश्वास जीतने के लिए 10,000 रुपये का कूपन भेजा। इसके बाद, कमीशन सहित लगभग 99,000 रुपये उसके अकाउंट में कुछ समय के भीतर जमा कर दिए गए।"

8. पीड़ित ने टिकट खरीदकर और फिल्मों की रेटिंग करके लगभग 5 लाख रुपये का कमीशन कमाया। हालांकि, जब महिला पैसे निकालने गई तो उसे और अधिक कमाई के लिए उसी राशि का टिकट खरीदने के लिए कहा गया। इस तरह कपल घोटाले के चक्र में फंस गए, जहां उन्हें अपना खुद का पैसा पाने के लिए और निवेश करने के लिए कहा गया।

9.इस प्रॉसेस के दौरान कपल ने टिकट खरीदने में कुल 40 लाख रुपये का निवेश किया। बाद में जब महिला ने 40 लाख रुपये निकालने की कोशिश की, तो जालसाजों ने उससे कहा कि पैसे निकालने के लिए उसे एडवांस सरचार्ज देना होगा, क्योंकि यह बड़ी रकम है। पुलिस के मुताबिक, भुगतान की गई कुल राशि लगभग 70 लाख रुपये थी।

10.यही नहीं, अपराधियों ने महिला को चेतावनी दी कि अगर वह इतनी बड़ी रकम निकालती है, तो उस पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लग सकता है। इससे बचने के लिए उन्होंने पूरी रकम किसी दूसरी स्कीम में लगाने की सलाह दी। इस सुझाव पर कपल ने अमल किया और 1.12 करोड़ रुपए जमा कर दिए। पैसे जमा करने के बाद ही उन्हें पता चला कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है।

11.इसके बाद कपल ने जामनगर साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया। हालांकि पुलिस बैंक लेनदेन का पता लगाने में सफल रही और बाद में सूरत में स्मित पटोलिया (21) नाम के एक व्यक्ति को पकड़ा।

12. पटोलिया के पुलिस इंस्पेक्टर पीपी झा ने बताया कि स्मित ने साइबर अपराधियों को धनराशि जमा करने के लिए अपने बैंक खाते का उपयोग करने की अनुमति दी थी और बदले में कमीशन लिया था। अब पुलिस मुख्य अपराधी को ढूंढ़ रही है।

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