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जिसके नाम से क्रिमिनल्स कांपते थे, नौबत देखिए इस दबंग लेडी ASP को खुद कैदियों की लाइन में खड़े होना पड़ रहा है
2 करोड़ की रिश्वत मांगने के मामले में ACB की गिरफ्त में आईं स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) की सस्पेंडेड ASP दिव्या मित्तल की मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं। उन्हें कोर्ट ने तीन दिन की रिमांड पर भेजा है।
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उदयपुर. 2 करोड़ की रिश्वत मांगने के मामले में ACB की गिरफ्त में आईं स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) की सस्पेंडेड ASP दिव्या मित्तल की मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं। उन्हें कोर्ट ने तीन दिन की रिमांड पर भेजा है। 2 अप्रैल की शाम करीब 4 बजे एसओजी की टीम उन्हें कोर्ट लेकर गई थी। फिर उन्हें जज के घर ले गए। वैसे एसओजी ने पांच दिन की रिमांड मांगी थी। फिलहाल वे 4 अप्रैल तक रिमांड पर रहेंगी। जोधपुर SOG के एडिश्ननल एसपी कमल तंवर और उनकी टीम दिव्या को लेकर अजमेर पहुंची थी। यहां जज गौरव गर्वा के घर पर उन्हें पेश किया गया। रिमांड मिलने के बाद दिव्या मित्तल को जयपुर ले जाकर पूछताछ होगी। दिव्या के खिलाफ और भी कई मामले हैं। दिलचस्प बात यह है कि दिव्या मित्तल को NDPS(नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्स्टांसेस एक्ट, 1985) के मामले में 16 जनवरी को पकड़ा गया था। हालांकि 1 अप्रैल को उन्हें जमानत मिल गई थी, लेकिन SOG में दर्ज NDPS के तीन केसों में सही से जांच नहीं करने पर उन्हें दुबारा अरेस्ट कर लिया गया।
एक मामले के अनुसार ASP दिव्या मित्तल ने नशीली दवाओं की तस्करी के मामले में अजमेर के रामगंज थाने में दो और अलवर गेट थाने में एक यानी 3 FIR दर्ज की थीं। इनमें देहरादून बेस्ड दवा कंपनी हिमालय मेडिटेक के डायरेक्टर सुनील नंदवानी आरोपी हैं। रामगंज थाने में दर्ज दोनों मामले क्लब करके जांच शुरू की गई थी। लेकिन दिव्या ने नंदवानी को अलवर गेट थाने में दर्ज एक कमजोर केस में अरेस्ट किया, ताकि सौदेबाजी की जा सके। इस मामले में नंदवानी 15 दिन बाद ही जमान पर रिहा हो गए थे। इसी मामले में दिव्या ने रिश्वत ली थी।
दिव्या ने NDPS मामले में नंदवानी मामले में बर्खास्त पुलिसकर्मी सुमित कुमार के माध्यम से एक करोड़ रुपए की रिश्वत मांगी थी।
इसी तरह दिव्या ने उत्तराखंड के हरिद्वार बेस्ड दवा फैक्ट्री JPEE ड्रग्स के मालिक विकास अग्रवाल से भी 2 करोड़ की रिश्वत मांगी थी। जबकि उनकी नशीली दवाओं की सप्लाई में कोई भूमिका नहीं थी। विकास अग्रवाल ने एसीबी में इसकी शिकायत की थी।
दिव्या मित्तल पर एक बड़ा एक्शन लेते हुए सरकार ने मार्च में उनके उदयपुर स्थित रिसॉर्ट पर बुलडोजर चलवा दिया था। UIT के सेक्रेट्री नितेंद्र पाल ने बताया कि यह रिसॉर्ट किसानों को मिले पट्टे पर चलाया जा रहा था। इसमें परमिशन से 3 गुना अधिक कंस्ट्रक्शन किया गया था।
दिव्या मित्तल की फैमिली मूलत: हरियाणा के चरखीदादरी के पास गांव की रहने वाली है। हालांकि 45 साल पहले वे हरियाणा से झुंझुनूं के चिड़ावा में शिफ्ट हो गए थे। दिव्या के पिता यहां ट्रैक्टर की एजेंसी चलाते थे। बाद में वो बंद हो गई। दिव्या दो भाई और तीन बहनों में सबसे छोटी है। (इसी रिसॉर्ट पर चला था बुलडोजर)
दिव्या मित्तल पहले से ही विवादों में रही हैं। उन्होंने अपने लिव इन पार्टनर से मंदिर में शादी की थी, हालांकि जल्द ही तलाक हो गया। इसके बाद उनके पिता विनोद मित्तल ने अपने दामाद प्रतीक के खिलाफ हरियाणा के हिसार में 2015 में दहेज प्रताड़ना का केस दर्ज कराया था।