गुजरात में नवरात्रि का जश्न अचानक दहशत में कैसे बदल गया? सोशल मीडिया विवाद ने दो समुदायों को आमने-सामने ला दिया, 8 वाहन जले, दुकान फूंकी गई और पुलिस पर हमला… सवाल अभी भी अनुत्तरित।
Gujarat Garba Clash News: गुजरात के गांधीनगर जिले में नवरात्रि का गरबा उत्सव खुशियों से भरा होना चाहिए था, लेकिन एक छोटी सी सोशल मीडिया पोस्ट ने ऐसा हंगामा मचाया कि पूरा गांव तनाव में डूब गया। दहेगाम तहसील के बहियाल गांव में देर रात अचानक दो समुदायों के बीच झड़प हो गई। कहा जा रहा है कि एक सोशल मीडिया स्टेटस (Social Media Post) विवाद की जड़ बना और यही चिंगारी गरबा समारोह में हिंसा का बड़ा कारण बन गई। हंगामा इतना बढ़ा कि पथराव (Stone Pelting) और Fire (आगजनी) तक पहुंच गया। आठ से ज्यादा वाहन जला दिए गए, एक दुकान में आग लगा दी गई और भगदड़ के चलते लोग घायल हो गए। यही नहीं, हालात संभालने पहुंची पुलिस टीम भी हमले का शिकार बनी और उनकी गाड़ियां भी क्षतिग्रस्त कर दी गईं।
आखिर एक सोशल मीडिया पोस्ट से कैसे भड़की हिंसा?
बहियाल गांव में चल रहे गरबा के बीच जब सोशल मीडिया पर एक पोस्ट सामने आई तो उसका विरोध शुरू हो गया। देखते ही देखते बहस झगड़े में बदल गई और तनाव इतना बढ़ा कि लोग हाथापाई और पथराव पर उतर आए।
गरबा की रात कैसे बनी दंगे का मैदान?
नवरात्रि का त्योहार जहां उत्सव और भक्ति का प्रतीक माना जाता है, वहां हिंसा और आगजनी ने सबको चौंका दिया। लोग गरबा खेलने आए थे लेकिन माहौल अचानक दहशत में बदल गया। भगदड़ मच गई, महिलाएं और बच्चे सुरक्षित जगह की तलाश में भागे।
कितने वाहन और दुकानें बनीं हिंसा का शिकार?
पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक, 8 से ज्यादा वाहन (Vehicles Damaged in Clash) आगजनी में क्षतिग्रस्त हुए और एक दुकान को पूरी तरह जला दिया गया। हिंसा इतनी अचानक हुई कि लोगों को बचने का मौका भी नहीं मिला।
पुलिस भी क्यों बनी भीड़ का निशाना?
स्थिति को काबू करने आई पुलिस पर भीड़ ने पथराव कर दिया। पुलिस की दो गाड़ियां तोड़ दी गईं और बल को पीछे हटना पड़ा। इससे यह साफ होता है कि हालात बेहद गंभीर थे।
गांव में अभी हालात कैसे हैं?
फिलहाल बहियाल गांव में पुलिस बल तैनात है और तनाव को काबू करने की कोशिशें जारी हैं। हालांकि, गांव में दहशत का माहौल है और लोग अब भी डरे हुए हैं। प्रशासन लगातार हालात पर नजर रख रहा है।
