गुजरात विकास सप्ताह के दौरान मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने 57,000 से अधिक युवाओं को रोजगार पत्र और 25,000 को प्रोविजनल ऑफर लेटर वितरित किए। कौशल्य यूनिवर्सिटी व पीएम विकसित भारत योजना से युवा बन रहे आत्मनिर्भर।
गांधीनगर। मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि विशाल युवा शक्ति (Demographic Dividend) देश की सबसे बड़ी पूंजी है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने इस पूंजी को दीर्घकालिक समृद्धि का आधार बनाने का संकल्प लिया है।
उन्होंने यह बात राज्य में 7 से 15 अक्टूबर तक मनाए जा रहे विकास सप्ताह के दूसरे दिन, गांधीनगर में आयोजित “युवा रोजगार और कौशल सशक्तिकरण समारोह” में कही। इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण राज्य के सभी 33 जिलों के आईटीआई संस्थानों में किया गया।
57,502 युवाओं को मिला रोजगार, 25,000 को प्रोविजनल ऑफर लेटर
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने गांधीनगर से राज्य के विभिन्न जिलों में आयोजित समारोहों के माध्यम से 658 भर्ती मेलों में निजी क्षेत्र में चयनित 57,502 युवाओं को सांकेतिक रूप से नियुक्ति पत्र प्रदान किए। राज्य सरकार के श्रम एवं कौशल विभाग ने आईटीआई में ड्रॉपआउट दर घटाने के लिए प्रोविजनल ऑफर लेटर देने की पहल की है। इस योजना के तहत अब तक 25,000 से अधिक प्रशिक्षुओं को यह लेटर वितरित किए गए हैं।
100 से अधिक उद्योग साझेदारों के साथ MoU पर हस्ताक्षर
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल, उद्योग मंत्री श्री बळवंतसिंह राजपूत और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में 100 से अधिक उद्योग साझेदारों के साथ समझौता ज्ञापन (MoUs) पर हस्ताक्षर किए गए। इसका उद्देश्य उद्योगों की आवश्यकताओं के अनुरूप मानव संसाधन उपलब्ध कराना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को मिला यह रोजगार उनके परिवारों के लिए दिवाली का आर्थिक उजियारा है और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक सशक्त कदम भी।
कौशल, इच्छा शक्ति और जोश से बन रही नई दिशा
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात के युवाओं ने पिछले 24 वर्षों में अपने कौशल (Skill), इच्छाशक्ति (Will) और जोश (Zeal) के दम पर असंभव को संभव किया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने युवाओं के लिए कौशल विकास की नई राह खोली, जिससे गुजरात के युवा आज “जॉब सीकर” से “जॉब गिवर” बन रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व में ‘हर हाथ को काम’ का मंत्र साकार हो रहा है।
कौशल्य- द स्किल यूनिवर्सिटी से नई संभावनाओं के द्वार खुले
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार ने उद्योगों और आईटीआई संस्थानों के सहयोग मॉडल को आगे बढ़ाते हुए ‘कौशल्य – द स्किल यूनिवर्सिटी’ की स्थापना की है। इस विश्वविद्यालय के 12,000 से अधिक विद्यार्थियों ने ग्रीन एनर्जी, रिन्यूएबल एनर्जी, सेमीकंडक्टर, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), हेल्थ केयर और एग्रो सर्विसेज जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षण प्राप्त किया है।
उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में गुजरात के नवाचार-उन्मुख युवाओं ने 12,500 से अधिक स्टार्टअप्स को आत्मनिर्भर बनाया है, और राज्य पिछले चार वर्षों से देश की स्टार्टअप रैंकिंग में शीर्ष स्थान पर बना हुआ है।
15 मिलियन युवाओं को मिला प्रशिक्षण, रोजगार के नए अवसर
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले एक दशक में 15 मिलियन (1.5 करोड़) युवाओं को विभिन्न पाठ्यक्रमों में गहन प्रशिक्षण दिलाया है। पीएम रोजगार अप्रेंटिसशिप योजना के तहत इन कुशल युवाओं को उद्योगों में रोजगार भी प्रदान किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने हाल ही में 1 लाख करोड़ रुपए की “पीएम विकसित भारत रोजगार योजना” शुरू की है, जो देश के युवाओं को आत्मनिर्भर और सक्षम बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।
आत्मनिर्भर भारत और वोकल फॉर लोकल का संदेश
मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने युवाओं से आह्वान किया कि वे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के “आत्मनिर्भर भारत”, “वोकल फॉर लोकल” और “हर घर स्वदेशी” जैसे अभियानों को जीवन में अपनाएं।
57 हजार युवाओं को रोजगार पत्र, बेरोजगारी दर मात्र 1.1%
श्रम, कौशल एवं रोजगार मंत्री श्री बळवंतसिंह राजपूत ने कहा कि विकास सप्ताह के दौरान 57,000 से अधिक युवाओं को रोजगार पत्र वितरित किए गए हैं, जो पूरे राज्य के लिए गर्व की बात है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में गुजरात ने रोजगार मेलों के साथ एक अनूठी पहल की है, जिसके तहत कंपनियों के सहयोग से युवाओं को पढ़ाई के तुरंत बाद नौकरी उपलब्ध कराई जा रही है।
आगामी वर्षों में यह सुनिश्चित किया जाएगा कि 100% छात्रों को पढ़ाई के दौरान ही रोजगार या ऑफर लेटर प्राप्त हों। उन्होंने बताया कि गुजरात की बेरोजगारी दर मात्र 1.1% है, जो देश की औसत 3.2% दर से कहीं कम है।
रोजगार के लिए सिंगल विंडो सिस्टम और उद्योगों की भागीदारी
श्री राजपूत ने कहा कि अब राज्य में सिंगल विंडो सिस्टम के माध्यम से नौकरी के लिए पंजीकरण और नियुक्ति की प्रक्रिया सरल हो गई है। भर्ती मेलों और अन्य माध्यमों से लगातार नए रोजगार अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि गुजरात सरकार ने ऐसी व्यवस्था बनाई है कि देश के किसी भी हिस्से से लोग आकर राज्य में अच्छी नौकरी प्राप्त कर स्थायी रूप से बस सकते हैं।
भविष्य में 100% छात्रों को ऑफर लेटर देने का लक्ष्य
श्रम, कौशल और रोजगार विभाग के प्रधान सचिव श्री विनोद राव ने कहा कि आने वाले वर्षों में युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए और अधिक प्रभावी कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि अब यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी छात्रों को पढ़ाई के दौरान ही प्रोविजनल ऑफर लेटर मिलें।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में युवाओं की भागीदारी
कार्यक्रम में गांधीनगर की महापौर श्रीमती मीराबेन पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शिल्पाबेन पटेल, श्रम निदेशक श्री के.डी. लाखाणी, कौशल विकास निदेशक श्री कमलेश राठोड़, विभागीय अधिकारी और बड़ी संख्या में युवा व उद्योग प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
पूरे राज्य से 1.5 लाख से अधिक युवा वर्चुअल रूप से इस कार्यक्रम से जुड़े। रोजगार एवं प्रशिक्षण निदेशक श्री नितिन सांगवान ने कार्यक्रम के अंत में आभार व्यक्त किया।
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