सार
लाइफ मिशन घोटाले(Life Mission Case) में जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय ने एक बड़े एक्शन को अंजाम देते हुए केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन(Pinarayi Vijayan) के पूर्व सेक्रेट्री एम शिवशंकर (M Sivashankar) को अरेस्ट किया है।
कोच्चि(KOCHI). लाइफ मिशन घोटाले(Life Mission Case) में जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय(Enforcement Directorate) ने एक बड़े एक्शन को अंजाम देते हुए केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन(Pinarayi Vijayan) के पूर्व सेक्रेट्री एम शिवशंकर (M Sivashankar) को अरेस्ट किया है। मामले के अनुसार, मुख्य ठेकेदार केरल के हेल्पलेस बाढ़ पीड़ितों के घर बनाने के लिए NGO रेड क्रिसेंट एनजीओ(Red Crescent NGO) द्वारा भेजी गई राशि से अधिकारियों को अग्रिम कमीशन देने पर राजी हो गया था।
जानिए क्या है ये लाइफ मिशन घोटाला?
एम शिवशंकर से लगातार तीन दिनों से पूछताछ जारी थी। 14 फरवरी को करीब 10 घंटे तक उनसे सवाल-जवाब किए गए। जब ईडी उनके जवाबों से संतुष्ट नहीं हुई, तो देर रात उन्हें अरेस्ट कर लिया गया। ईडी के अधिकारी 14 फरवरी की सुबह से उनसे पूछताछ कर रहे थे। जांच एजेंसी ने पहले शिवशंकर को डिप्लोमेटिक चैनल गोल्ड स्मगलिंग केस(diplomatic channel gold smuggling case) में भी गिरफ्तार किया था। पूर्व नौकरशाह को बाद में अदालत से जमानत मिल गई थी। सोने की तस्करी के मामले में स्वप्ना सुरेश सहित अन्य आरोपियों को भी शिवशंकर के साथ-साथ तस्करी के मामले में मनी-लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी बनाया गया था।
लाइफ मिशन घोटला राज्य सरकार के LIFE मिशन प्रोजेक्ट से संबंधित है। LIFE मिशन प्रोजेक्ट के माध्यम से त्रिशूर जिले के वडक्कनचेरी में बाढ़ पीड़ित 140 परिवारों के लिए घर बनाए जाने हैं। इस घोटाले में यह पहली गिरफ्तारी है। प्रोजेक्ट के 18.50 करोड़ रुपए में से 14.50 करोड़ रुपये रेड क्रीसेंट एनजीओ ने संयुक्त अरब अमीरात वाणिज्य दूतावास(UAE consulate) के माध्यम से जुटाए थे।
इस कॉन्ट्रेक्ट में बकाया पैसे का उपयोग करके एक हेल्थ केयर सेंटर के निर्माण का उल्लेख किया गया है। UNITAC के प्रबंध निदेशक संतोष एपन ने बताया था कि स्वप्ना सुरेश सहित आरोपियों ने प्रोजेक्ट के लिए 4.48 करोड़ रुपये की रिश्वत ली थी। आरोपी स्वप्ना सुरेश और सरिथ पीएस ने शिवशंकर पर आरोप लगाया कि इसमें उनका हाथ है।
जांच के दौरान स्वप्ना सुरेश के बैंक लॉकर से करीब एक करोड़ रुपए मिले थे। तब स्वप्ना सुरेश ने दावा किया था कि यह पैसा शिवशंकर को रिश्वत में मिला था। हालांकि शिवशंकर इन पैसों को लेकर कुछ भी नहीं बता सके।
चौथी बार हुए अरेस्ट
शिवशंकर और करप्शन का जैसे चोली-दामन का साथ है। वे चौथी बार अरेस्ट हुए हैं। इससे पहले 28 अक्टूबर 2020 को भी ईडी ने गोल्ड तस्करी मामले में अरेस्ट किया था। 25 नवंबर को एनआईए ने उन्हें गोल्ड तस्करी मामले में गिरफ्तार किया था। 20 जनवरी 2021 को कस्टम ने डॉलर तस्करी मामले में उन्हें जेल में डाला था।तब उन्हें 69 दिनों तक जेल की हवा खानी पड़ी थी। इसके बाद शिवशंकर को जबरन रिटायरमेंट दे दिया गया था। लेकिन बाद में वह फिर से बहाल हो गए थे।
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