सार

8 जून की शाम वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपनी बेटी परकला वांगमयी की शादी प्रतीक दोशी के साथ कर दी। बेंगलुरु के एक होटल में परिवार के सदस्य और खास दोस्तों की मौजूदगी में परकला और प्रतीक शादी के बंधन में बंध गए।

दिल्ली. भारत सरकार की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने गुपचुप तरीके से गुरुवार को अपनी बेटी परकला वांगमयी (Prakala Wangmayi) की शादी प्रतीक दोशी (Pratik Doshi) के साथ कर दी। यह विवाह इतने साधारण तरीके से संपन्न हुआ कि इसमें किसी भी राजनेता को नहीं बुलाया गया। यहां तक की मीडिया तक को भनक नहीं लगने दी। बस बेंगलुरु के एक होटल में परिवार के सदस्य और खास दोस्तों की मौजूदगी में परकला और प्रतीक शादी के बंधन में बंध गए। अब शादी की तस्वीर सामने आते ही चर्चा होने लगी है कि वित्त मंत्री के दामाद कौन हैं और क्या करते हैं। तो आइए जानते हैं उनकी प्रोफाइल के बारे में....

परकला और प्रतीक की शादी ब्राह्मण परंपरा हुई

दरअसल, सीक्रेट तरीके से संपन्न हुई वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की बेटी परकला वांगमयी की शादी सोशल मीड‍िया पर ट्रेंड कर रही है और इसके फोटोज और वीडियो वायरल हो रहे हैं। परकला और प्रतीक की शादी ब्राह्मण परंपरा के अनुसार हुई। जिसमें उडुपी अदामारू मठ के संतों ने आशीर्वाद दिया। आप शादी के दौरान देख सकते हैं दूल्हा-दुल्हन से उसी परंपरा के हिसाब से कपड़े पहने हुए हैं। जहां परकला ने गुलाबी रंग की साड़ी पहनी और हरे रंग का ब्लाउज पेयर किया। तो वहीं दूसरी तरफ दूल्हे प्रतीक ने सफेद पंच और शॉल पहना था।

पत्रकार हैं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की बेटी परकला वांगमयी

दरअसल, दुल्हन बनी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की बेटी परकला वांगमयी पेशे से एक पत्रकार हैं। परकला ने कई मीडिया संस्थानों में काम भी कर चुकी हैं। वर्तमान में वह मिंट लाउंज के बुक्स एंड कल्चर सेक्शन के लिए फीचर राइटर के तौर पर काम देखती हैं। हालांकि ऐसे कम ही मौके देखने को मिले हैं जब परकला वांगमयी अपनी मां निर्मला सीतारमण के साथ राजनीतिक कार्यक्रमों में नजर आई हैं।

कौन हैं वित्त मंत्री के दामाद और पीएम मोदी के खास प्रतीक दोशी

बता दें कि फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण के दामाद प्रतीक दोशी मूलरूप से गुजरात के रहने वाले हैं। वर्तमान में वह पीएमओ (PMO) प्रधानमंत्री कार्यालय में स्पेशल ऑफिसर के तौर पर ड्यूटी करते हैं। दरअसल, प्रतीक पीएम के इसलिए खास हैं, क्योंकि वह प्रधानमंत्री के साथ गुजरात से ही काम कर रहे हैं। यानि तब नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री हुआ करते थे, तब भी प्रतीक उनके साथ काम कर रहे हैं। उस दौरान प्रतीक दोशी सीएम ऑफिस में रिसर्च असिस्टेंट के पद पर कार्यरत थे। लेकिन जब नरेंद्र मोदी पहली बार देश के प्रधानमंत्री बने थे, तब प्रतीक को दिल्ली बुला लिया गया था। यानि 2014 से पीएमओ में काम रहे हैं। लेकिन 2019 में उनका प्रमोशन कर ज्वांइट सेक्रेटरी की रैंक दी गई।

कितने पढ़े लिखे हैं फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण के दामाद प्रतीक

व‍ित्‍त मंत्री के दामाद प्रतीक ने विदेश से पढ़ाई की हुई है। उन्होंने सिंगापुर मैनेजमेंट स्कूल के ग्रेजुएशन क‍िया है। वह लाइमलाइट से बिल्कुल दूर रहना पसंद करते हैं। इसलिए तो दोषी सोशल मीड‍िया पर एक्‍ट‍िव नहीं रहते हैं। वह पीएमओ में रिसर्च एंड स्‍ट्रेटजी व‍िंग को देखते हैं। उनकी गिनती प्रधानमंत्री के खासमखास अधिकारियों में होती है।