लोकायुक्त ने 28 जून को पूरे कर्नाटक में 11 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की थी। लोकायुक्त की एंटी करप्शन विंग ने कथित आय से अधिक संपत्ति के मामले में हसीलदार अजित राय और कृषि विभाग की ज्वाइंटर डायरेक्टर चेताना पाटिला के यहां छापा मारा था।
ये तस्वीरें कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हिंसाग्रस्त मणिपुर दौरे की हैं। राहुल गांधी 29 जून को पीड़ितों से मिलने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने चुराचांदपुर के दो रिलीफ कैम्पों में रह रहे पीड़ितो से मुलाकात की थी।
पीएम मोदी के द्वारा दिल्ली यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम में शामिल होने से पहले दिल्ली मेट्रो का सफर किया गया। इस दौरान पीएम मोदी ने मेट्रो में तमाम लोगों से बातचीत भी की। पीएम से मुलाकात कर लोग उत्साहित नजर आए।
मणिपुर हिंसा के बाद राहुल गांधी पीड़ितों से मिलने के लिए मणिपुर पहुंचे। हालांकि इंफाल से 20 किमी दूर उन्हें रोक लिया गया। इस बीच कांग्रेस नेत्री सुप्रिया श्रीनेत ने राहुल गांधी के इस दौरे की वजह बताई।
मणिपुर हिंसा से प्रभावित लोगों का हालचाल जानने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी पहुंचे हुए हैं। हालांकि इंफाल से तकरीबन 20 किमी दूर पुलिस ने उनका काफिला रोक लिया। बताया जा रहा है कि सुरक्षा कारणों के चलते उनका काफिला रोका गया।
गुजरात के सूरत में ऑनर किलिंग का एक दिल दहलाने वाला केस सामने आया है। यहां अपनी बहन की लव स्टोरी से आक्रोशित चचेरे भाई ने मंडप में ही उसके पेट में चाकू घोंप दिया। लड़की को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, पर बचाया नहीं जा सका।
लोकायुक्त ने बुधवार (28 जून) को पूरे कर्नाटक में 10 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की। लोकायुक्त की एंटी करप्शन विंग ने कथित आय से अधिक संपत्ति के मामले में हसीलदार अजित राय और कृषि विभाग की ज्वाइंटर डायरेक्टर चेताना पाटिला के यहां छापा मारा।
कर्नाटक में लोहे का एक पिलर बीच सड़क पर अचानक ही गिर गया। गनीमत रही की जिस दौरान यह पिलर गिरा उससे चंद सेकेंड पहले ही वहां से वाहन गुजर चुके थे। वहीं कुछ वाहन सड़क पर भी खड़े थे। हालांकि इस हादसे में किसी तरह की कोई जनहानि नहीं हुई।
दिल्ली के करोलबाग में कांग्रेस नेता राहुल गांधी का मैकेनिक अवतार नजर आया। उन्होंने यहां पहुंचकर व्यापारियों और वर्कर्स से मुलाकात की। इसके बाद वह खुद बाइक ठीक करते नजर आए।
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन(NDLS) के बाहर लगे बिजली के खंभे में आ रहे करंट से चिपककर हुई 35 वर्षीय टीचर साक्षी आहूजा की मौत ने रेलवे और बिजली विभाग दोनों पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। रेलवे ने लापरवाहों की पहचान के लिए 4 सदस्यीय कमेटी का गठन किया है।