एक समय था, जब आतंकवादी गतिविधियों के कारण जन्नत कहे जाने वाले कश्मीर में लोगों के लिए अपनी जिंदगी ज्यादा कुछ भी महत्वपूर्ण नहीं था, लेकिन अब स्थितियां बदल गई हैं। जम्मू-कश्मीर की ये दो दिव्यांग बेटियां इसका सशक्त उदाहरण हैं। राष्ट्रपति ने दिव्यांग व्यक्तियों के अंतर्राष्ट्रीय दिवसके अवसर पर इन्हें सम्मानित किया।