पोर्ट से रेस्क्यू कराए गए बच्चों के पुनर्वास के लिए चाइल्ड वेलफेयर कमेटी को सौंपा दिया गया है। यह कमेटी इन बच्चों के रहने, खाने और एक बेहतर भविष्य के लिए पढ़ाई आदि की व्यवस्था कराएगी। विशेषज्ञों की मानें तो इस तरह नाबालिग बच्चों को काम कराने का गैंग सक्रिय रहता है। यह गैंग बच्चों को बाद में अवैध धंधों में धकेल देता है।