गुजरात के जरिये दूध क्रांति लाने वाले डॉ. वर्गीज़ कुरियन की कोशिशों का असर है कि भारत में दूध की कोई कमी नहीं है। जब भी भारत में दुग्ध उत्पादन की बात चलेगी, डॉ. कुरियन हमेशा याद किए जाएंगे। आज देश में सिर्फ गाय-भैंस, बकरी नहीं, ऊंटिनी और गधी के दूध की भी बड़ी डिमांड होने लगी है। इनका दूध शारीरिक तौर पर कई मायने में बेहतर माना जाना जाता है। अब गुजरात के हलारी नस्ल के गधों का दूध चर्चाओं में है। हरियाणा में इसी नस्ल के गधों की डेयरी खोली जा रही है।