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Treasure River: कहां से बहकर आ रहा नदी में सोना, पानी को छान-छानकर खजाना खोजने में जुटे लोग
पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के परकंडी ब्लॉक में लोग सोना इकट्ठा करने के लिए बांसलोई नदी के तट पर इकट्ठा हो रहे हैं। हुआ यूं कि कुछ गांववालों को इस क्षेत्र में सोने के सिक्कों के समान कुछ धातु तत्व मिलने की खबर फैली हुई है।
| Published : Mar 20 2023, 07:04 AM IST / Updated: Mar 20 2023, 07:06 AM IST
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बीरभूम(Birbhum). अगर किसी को पता चले कि फलां जगह पर सोना मिल रहा है, तो सोचिए वहां क्या हाल होगा? यही कुछ पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के परकंडी ब्लॉक में देखने को मिल रहा है। यहां के लोग सोना इकट्ठा करने के लिए बांसलोई नदी के तट पर इकट्ठा हो रहे हैं। हुआ यूं कि कुछ गांववालों को इस क्षेत्र में सोने के सिक्कों के समान कुछ धातु तत्व मिलने की खबर फैली हुई है। बस फिर क्या है, लोग सोने की तलाश में यहां जुटने लगे। इस हफ्ते की शुरुआत में कुछ गांववालों को बांसलोई नदी में नहाते समय परकंडी के दूरदराज के किनारे से सोने के छोटे-छोटे टुकड़े मिले थे। तब से स्थानीय लोग नदी के किनारे से सोना इकट्ठा करने के लिए भारी संख्या में इकट्ठा हो रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, झारखंड के एक निवासी को बांसलोई नदी के किनारे से सोने की ज्वेलरी मिली थी। यह जगह परकंडी के मुररई 1 ब्लॉक के घाट के दूरदराज के इलाकों में स्थित है। इसके बाद से यह जगह सुर्खियां बटोर रही है। जैसे ही यहां से सोना मिलने की खबर फैली, लोग खजाने को पाने की उम्मीद में नदी के किनारे पर जमा हो गए।
रिपोर्टों से पता चलता है कि सोने के सिक्कों जैसी दिखने वाली कई गोल वस्तुएं भी मिली हैं। स्थानीय लोगों को लगता है कि ये सोने के सिक्के झारखंड से सटे बॉर्डर पर स्थित महेशपुर राजबाड़ी के हैं। राजबाड़ी या कूचबिहार पैलेस का ऐतिहासिक महत्व है। राजबाड़ी का निर्माण 1887 में महाराजा नृपेंद्र नारायण के शासनकाल में किया गया था, जिसकी डिजाइन लंदन के बकिंघम पैलेस से प्रेरित थी।
गांववालों का कहना है किये सिक्के राजबाड़ी से सुवर्णरेखा नदी के रास्ते बांसलाई नदी में बहकर आए होंगे। यहां से सोने के सिक्कों के अलावा कुछ लोगों ने दावा किया कि झारखंड के एक मूल निवासी को बांसलोई नदी में भी एक सोने का हार मिला था।
परकंडी गांव मुररई थाने के अंतर्गत आता है। जैसा कि रिपोर्ट्स में कहा गया है, इस घटना की सूचना के बाद प्रशासन हरकत में आ गया है। इस खबर के बाद प्रशासन अलर्ट हो गया। ब्लॉक डेवलपमेंट आफिसर जाग्रत चौधरी ने बताया कि इस घटना की सूचना मुरारई थाने को दे दी गई थी। किसी भी तरह की अनहोनी से बचने के लिए नदी पार करने के लिए एक पुलिस अधिकारी को तैनात किया गया है।
रामपुरहाट के अनुमंडल कमिश्नर ने एएसआई को स्थिति से अवगत करा दिया है और उनकी टीम मामले की जांच शुरू करेगी।