सार

उत्तर प्रदेश के एक मात्र आरोही राकेश यादव ने तिरंगा व राज्य का ध्वज फहराकर राज्य को गौरवान्वित किया। आरोही दल ने हर शिखर तिरंगा अभियान के तहत अभी तक देश के 13वें उच्च शिखर को छुते हुये दल देश की राजधानी दिल्ली की ओर निकल पड़ा है।

देहरादून (उत्तराखंड). तीन बार एवरेस्ट सहित सातों महाद्वीपों के सर्वोच्च शिखरों पर तिरंगा लहराने का गौरव प्राप्त करने वाले भारतीय सेना के एक मात्र सैनिक व तेनजिंग नोर्गे अवार्ड से 2012 में सुशोभित कर्नल रणवीर जामवाल बीएसएम बार,सेना मैडल का पहाड़ों के प्रति जुनून व प्यार ही है कि अपने पहले पर्वतारोहंण अभियान माणा में बर्फीले तुफान में फंसने के कारण उनको अपनी एक अंगुली गंवानी पड़ी जिसे वो आज भी अपने लिये प्रेरणा मानते हैं।

देश के सबसे ऊंचे हिम शिखरों पर तिरंगा बुलंद किया

उस घटना के बाद भी निरंत्तर अभियान जारी रखे और उक्त सारी उपलब्धियों के बाद आज हर शिखर तिरंगा अभियान के तहत कर्नल रणवीर के नेतृत्व में देश के सबसे ऊंचे हिम शिखरों पर तिरंगा बुलंद करने के बाद दल देश के अन्य मैदानी राज्यों के सबसे ऊंचे स्थानों पर तिरंगा बुलंद करने भारी जोश व उत्साह के साथ निकल पड़ा है। मैदानी राज्यों में दल ने पंजाब के सबसे ऊंचे शिखर पर 30 जूलाई को देश व सेना का ध्वज बुलंद करने के बाद बहुत कम समय मे हरियांणा के सबसे ऊंचे शिखर (करोह) पर सफल आरोहंण करते हुये दल अपने जांबाज़ कर्नल रणवीर जामवाल के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश के सबसे ऊंचे शिखर अमोस्ट जो उत्तराखंड की सीमा से लगता हुवा दुर्दांत जंगली जानवरों से भरा हुवा राजा जी राष्ट्रीय पार्क के बेहद क़रीब है।

शिखर तिरंगा अभियान दिल्ली की ओर निकल पड़ा है...

देश की आन बान शान के प्रतीक तिरंगे को हाथ में थामे दल जान की परवाह किये बिना घने जंगल व झाड़ियों को चीरता हुवा दिनांक…….शाम सात बजे पताका फहराने में सफल हुवा जहां ईस आरोही दल में देश के सुदुर राज्यों के आरोही शामिल हैं वहीं ईस अभियान मे अपने गृह राज्य उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर रहे। उत्तर प्रदेश के एक मात्र आरोही राकेश यादव ने तिरंगा व राज्य का ध्वज फहराकर राज्य को गौरवान्वित किया। आरोही दल ने हर शिखर तिरंगा अभियान के तहत अभी तक देश के 13वें उच्च शिखर को छुते हुये दल देश की राजधानी दिल्ली की ओर निकल पड़ा है।

सबसे ऊंचे शिखर पर तिरंगा बुलंद करेगा

विश्व के पर्वतारोहंण अभियानों के इतिहास में ये अब तक का पहला ऐसा अभियान है। जिसके तहत किसी भी देश के सर्वोच्च शिखरों पर आरोहंण किया जा रहा हो। कर्नल रणवीर जमवाल के पहाड़ों के प्रति समर्पण व जूनून का नतीजा ही है कि हर शिखर तिरंगा अभियान अस्तित्व में आया जो देश के प्रत्येक राज्य के सबसे ऊंचे शिखर पर तिरंगा बुलंद करेगा।