सार
भारत मौसम विभाग(IMD) ने कहा है कि अगले 5 दिनों के दौरान भारत के अधिकांश हिस्सों में लू(Heat wave) की कोई स्थिति नहीं है। वहीं, टेम्परेचर में भी कुछ खास बदलाव नहीं होगा। हालांकि कुछ राज्यों में एक-दो दिन बाद पारा फिर से चढ़ेगा।
नई दिल्ली. भारत मौसम विभाग(IMD) ने कहा है कि अगले 5 दिनों के दौरान भारत के अधिकांश हिस्सों में लू(Heat wave) की कोई स्थिति नहीं है। वहीं, टेम्परेचर में भी कुछ खास बदलाव नहीं होगा। हालांकि कुछ राज्यों में एक-दो दिन बाद पारा फिर से चढ़ेगा।
भारत में मौसम में बदलाव की वजहें
पश्चिमी विक्षोभ(western disturbance) को उत्तरी पाकिस्तान और उससे सटे पंजाब के हिस्सों पर एक चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के रूप में देखा जा रहा है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तर पश्चिमी मध्य प्रदेश पर बना हुआ है। एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र तमिलनाडु पर बना हुआ है। एक ट्रफ रेखा उत्तर पश्चिमी मध्य प्रदेश से दक्षिण तमिलनाडु तक जा रही है।
भारत में लू और बारिश की भविष्यवाणी-Heat wave and rain forecast in India
भारत मौसम विभाग(IMD) और स्काईमेट वेदर के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान, तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, ओडिशा के कुछ हिस्सों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। पूर्वोत्तर भारत में मौसम का पूर्वानुमान-पूर्वोत्तर भारत और तेलंगाना के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो तेज़ बारिश संभव है।
झारखंड, यूपी, दिल्ली, राजस्थान में मौसम-झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, हरियाणा के कुछ हिस्सों, पूर्वोत्तर राजस्थान और दिल्ली के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं।
भारत में लू का असर-हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश संभव है। देश भर में कम से कम अगले 4 से 5 दिनों तक लू चलने की संभावना नहीं है।
भारत के विभिन्न राज्यों में टेम्परेचर
पश्चिम और पूर्वी भारत: अगले 3 दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होगा और इस दौरान 2-3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होगी।
उत्तर पश्चिम भारत: अगले 2 दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होगा और इस दौरान 2-4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होगी।
अगले 2-3 दिनों के दौरान भारत के बाकी हिस्सों में अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होगा। अगले 5 दिनों के दौरान भारत के अधिकांश हिस्सों में लू की कोई स्थिति नहीं है।
भारत में बारिश, ओले और बारिश की पूर्वानुमान
पूर्वी भारत- हल्की/मध्यम छिटपुट से काफी व्यापक वर्षा के साथ आंधी/बिजली/तेज हवाएं चलने की संभावना है अगले 4-5 दिनों के दौरान क्षेत्र और उसके बाद धीरे-धीरे कमी। 25 अप्रैल को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में छिटपुट स्थानों पर ओलावृष्टि की संभावना।
पूर्वोत्तर भारत: आजकल में क्षेत्र में गरज/बिजली/तेज हवाओं के साथ हल्की/मध्यम छिटपुट से काफी व्यापक वर्षा होने की संभावना है और उसके बाद धीरे-धीरे कमी आएगी।
अगले 5 दिनों के दौरान पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ में गरज/बिजली/तेज हवाओं के साथ हल्की/मध्यम छिटपुट बारिश और उसके बाद धीरे-धीरे कमी होने की संभावना है।
24 अप्रैल के दौरान छत्तीसगढ़ और 24-25 अप्रैल के दौरान विदर्भ में छिटपुट स्थानों पर ओलावृष्टि की संभावना है।
दक्षिण भारत: आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु में गरज/बिजली/तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है। पुडुचेरी और कराईकल और केरल और माहे में अगले 4 दिनों के दौरान और अलग-अलग जगहों पर बारिश। इस अवधि के दौरान शेष क्षेत्रों में आंधी/बिजली/तेज हवाएं।
पश्चिम भारत: अगले 5 दिनों के दौरान मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में गरज/बिजली गिरने के साथ हल्की वर्षा होने की संभावना है 26 और 27 अप्रैल को दिन और गुजरात में। 26-27 अप्रैल के दौरान मराठवाड़ा के अलग-अलग स्थानों पर ओलावृष्टि की संभावना है।
उत्तर पश्चिमी भारत: अगले 24 के दौरान पश्चिमी राजस्थान को छोड़कर पूरे क्षेत्र में गरज/बिजली गिरने के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है।
पिछले दिनों में भारत का मौसम
मौसम का पूर्वानुमान लगाने वाली प्राइवेट एजेंसी स्काईमेट वेदर के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान, ओडिशा में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की गई।
उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, झारखंड, छत्तीसगढ़, दक्षिण पूर्व मध्य प्रदेश, विदर्भ, तमिलनाडु और केरल में हल्की से मध्यम बारिश हुई।
जम्मू और कश्मीर, पूर्वोत्तर पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, तटीय आंध्र प्रदेश, गंगीय पश्चिम बंगाल, शेष पूर्वोत्तर भारत और दक्षिण पूर्व उत्तर प्रदेश, दिल्ली और पश्चिम उत्तर प्रदेश में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश हुई। देश में लू का कोई प्रकोप नहीं था।
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