Breaking: पश्चिम बंगाल के कूचबिहार में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी पर जानलेवा हमला! अधिकारी बोले- "अगर बुलेटप्रूफ कार न होती तो अब तक मर चुका होता!" TMC नेता और बांग्लादेशी घुसपैठियों पर गंभीर आरोप, बंगाल की सियासत में उठा भूचाल!

Suvendu Adhikari attack Cooch Behar: पश्चिम बंगाल के कूचबिहार की सीमाओं से उठता ये सवाल अब पूरे बंगाल की सियासत को झकझोर रहा है। बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुवेंदु अधिकारी ने दावा किया है कि मंगलवार को उनके काफिले पर जानलेवा हमला किया गया। इतना ही नहीं, उन्होंने बुलेटप्रूफ कार का हवाला देते हुए कहा, "अगर मेरी गाड़ी बुलेटप्रूफ नहीं होती तो आज मैं ज़िंदा न होता।"

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कूचबिहार हमले के पीछे कौन? क्या TMC मंत्री और घुसपैठिए एक साथ? 

सुवेंदु अधिकारी ने इस हमले के लिए सीधे तौर पर टीएमसी नेता और राज्य मंत्री उदयन गुहा को ज़िम्मेदार ठहराया है। उनका आरोप है कि गुहा ने पुलिस की मौजूदगी में हमला करवाया और इस साजिश में कूचबिहार के एसपी द्युतिमान भट्टाचार्य भी शामिल थे। सबसे चौंकाने वाला दावा ये है कि हमलावरों में "बांग्लादेशी मुसलमान और रोहिंग्या" शामिल थे, जिन्हें कथित तौर पर सुवेंदु अधिकारी की हत्या की मंशा से बुलाया गया था।

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बुलेटप्रूफ कार का शीशा भी नहीं बचा, पोस्टमार्टम हाउस पहुंच जाता: सुवेंदु

मीडिया से बात करते हुए सुवेंदु अधिकारी ने कहा "मैं अगर बुलेटप्रूफ कार में नहीं होता तो आज आप मुझे पोस्टमार्टम हाउस में देखते। उन्होंने गाड़ी के शीशे भी तोड़ दिए। वे सभी घमंडी बांग्लादेशी मुसलमान हैं।" उन्होंने आगे कहा कि अदालत के आदेश पर वे एसपी से मिलने गए थे, लेकिन रास्ते में ही हमला हुआ। उनके अनुसार, TMC सरकार लोकतंत्र को खत्म करने पर तुली है, और राजनीतिक विरोधियों को डराने के लिए हिंसा का सहारा ले रही है।

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क्या बंगाल भी बिहार के रास्ते पर? 

सुवेंदु बोले “यहां भी चलेगा SIR” सुवेंदु ने दावा किया कि बिहार में जिस तरह एसआईआर (Special Intelligence Report) के जरिए अवैध गतिविधियों पर कार्रवाई हुई, वैसा ही बंगाल में होने वाला है, और इसी डर से उन पर हमला करवाया गया। उन्होंने कहा "कूचबिहार बांग्लादेश सीमा से सटा है, मैंने वहां घुसपैठियों के खिलाफ आवाज़ उठाई, इसलिए मुझ पर हमला किया गया।"

क्या कहती है बंगाल सरकार? 

अब तक टीएमसी और पुलिस प्रशासन की ओर से इन गंभीर आरोपों पर कोई आधिकारिक जवाब नहीं आया है। लेकिन विपक्षी नेता के इस आरोप ने बंगाल की सियासत में नया भूचाल ला दिया है।

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