सार
नवी मुंबई के खारघर में 16 अप्रैल को 'महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार समारोह' में हीट स्ट्रोक की वजह से 11 लोगों की मौत के बाद आपको अलर्ट होने की जरूरत है। मौसम विभाग ने अगले चार दिनों तक उत्तर भारत के कई राज्यों में हीटवेव का अनुमान लगाया है।
नई दिल्ली. नवी मुंबई के खारघर में 16 अप्रैल को 'महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार समारोह' में हीट स्ट्रोक की वजह से 11 लोगों की मौत के बाद आपको अलर्ट होने की जरूरत है। मौसम विभाग ने अगले चार दिनों तक उत्तर भारत के कई राज्यों में हीटवेव का अनुमान लगाया है।
जानिए किन राज्यों में हीट वेव की स्थिति रहेगी
मौसम विभाग ने बंगाल, बिहार और आंध्र प्रदेश में भीषण गर्मी को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। झारखंड, ओडिशा, उत्तर प्रदेश और सिक्किम में हीट वेव का अनुमान जाहिर किया है। इससे पहले पंजाब और हरियाणा में 17 अप्रैल को हीट वेव की स्थिति रही। उधर, बूंदाबांदी-आंधी के बाद मध्यप्रदेश में गर्मी तेवर दिखा रही है।भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर समेत मध्यप्रदेश के 20 शहरों में भीषण गर्मी पड़ रही है।
क्या है हीट वेव?
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) हीट वेव या लू तब घोषित करता है, जब मैदानी इलाकों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक और पहाड़ी क्षेत्रों का तापमान 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है।
मौसम का पूर्वानुमान बताने वाली प्राइवेट एजेंसी स्काईमेट वेदर के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ(western disturbance) धीरे-धीरे जम्मू कश्मीर और लद्दाख की ओर बढ़ रहा है, जिससे पश्चिमी हिमालय पर बारिश की गतिविधियों में वृद्धि होगी। एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभ कम से कम अगले एक सप्ताह तक पहाड़ियों पर अपना प्रभाव रखेंगे।
19 अप्रैल से पश्चिम भारत में मौसम
स्काईमेट वेदर ने अनुमान जताया है कि 19 अप्रैल से उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में बारिश और आंधी शुरू हो सकती है।
पंजाब में व्यापक बारिश हो सकती है और 19 और 20 अप्रैल के बीच हरियाणा, उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान में बिखरी हुई बारिश हो सकती है। .
पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान में उल्लेखनीय गिरावट आने की उम्मीद है।
उत्तरी राजस्थान, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मामूली गिरावट हो सकती है।
राजस्थान, दिल्ली और उत्तर प्रदेश से मौसम साफ होने लगेगा। हालांकि, पंजाब और हरियाणा के उत्तरी जिलों में 21 अप्रैल को भी हल्की बारिश हो सकती है।
हवाओं से फसलों को हो सकता है नुकसान
स्काईमेट वेदर के अनुसार, बारिश और मध्यम सतही हवाओं के कारण पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में फसलों को नुकसान संभव है। पश्चिमी हिमालय में 18 से 19 अप्रैल के बीच भारी बारिश हो सकती है।
स्काईमेट वेदर ने कह कि भूस्खलन की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है। पहाड़ी गंतव्यों की ओर जाने वाले पर्यटकों को सावधानी बरतनी चाहिए।
यह भी पढ़ें
पुणे होर्डिंग्स हादसा: पत्नी की मौत पर रो पड़ा पति-'मुझे नहीं लगता कि मैं उसके बिना जीवित रह पाऊंगा'