सार
झारखंड में नक्सलियों के सफाए के लिए लगातार सुरक्षाबलों द्वारा सर्च अभियान चलाए जा रहे हैं। इसी दौरान रविवार के दिन भी पश्चिमी सिंहभूम शहर में रविवार के दिन चल रहे रहे सर्च ऑपरेशन के दौरान 3 पावरफुल आईईडी बरामद किए। टीम ने इन्हें डिफ्यूज किया।
चाईबासा (chaibasa news). बिहार से अलग होने के बाद ही झारखंड नक्सलवाद से जूझ रहा है। इसके खात्मे के लिए प्रदेश पुलिस नई दिशा- नई पहल कार्यक्रम चला रही है साथ ही सुरक्षाबल द्वारा सर्च ऑपरेशन चलाए जा रहे है। इस मुहिम के चलते कई नक्सली सरेंडर कर रहे है। सुरक्षाबलों की ज्वाइंट कार्रवाई से नक्सलियों के समूह में चिढ़ बढ़ गई। इसलिए नक्सलियों ने सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के लिए इलाके के कई जगहों में आईईडी प्लांट किए है। इसी तरह के तीन पावरफुल आईईडी बम बरामद किए है। इनको डिफ्यूज करके सुरक्षाबलों ने उनकी कोशिश को नाकाम कर दिया।
तीनों आईईडी का वजन 5किलो से ज्यादा
मामले के बारे में जानकारी देते हुए पुलिस एसपी आशुतोष शेखर ने बताया कि पश्चिमी सिंहभूम शहर के नक्सल प्रभावित इलाकों में माओवादियों के खिलाफ चल रहे मिशन के दौरान सुरक्षाबलों ने सराईकेला पुलिस थाने के इंदुरूपा और पपरीदा गांव के बीच कच्ची सड़कों पर आईईडी लगाए होने का पता लगाया। उन्होंने बताया कि ये बम काफी शक्तिशाली इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस है। इनकी संख्या 3 है। एसपी ने बताया कि इन तीनों आईईडी में प्रत्येक का वजन 5किलो के करीब था। सुरक्षाबलों के बम स्क्वॉयड ने इनको डिफ्यूज किया। एसपी ने बताया की सुरक्षाबलों का एक दस्ता रविवार के दिन यहां पर नक्सलियों के ठिकानों का पता लगाने के लिए सर्च अभियान चला रहे थे। इसी दौरान पगडंडियों में इन एक्सप्लोसिव का पता चला।
जानकारी हो कि नक्सलियों के खिलाफ शुरू किए गए अभियान में मई तक आईईडी ब्लास्ट की चपेट में आने से अबतक 18 से अधिक सुरक्षाकर्मी इसकी चपेट में आने से घायल हो चुके है। कई बार जंगल में जाने वाले ग्रामीण भी इनकी चपेट में आ जाते है। प्राप्त आंकडों के अनुसार मई तक आधा दर्जन से अधिक ग्रामीणों की मौत हो चुकी है जिनमें बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं शामिल है।
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