सार
रांची। भाजपा का दामन थामने जा रहे झारखंड के वरिष्ठ नेता चंपाई सोरेन ने बांग्लादेशियों की घुसपैठ के लिए हेमंत सरकार को दोषी ठहराया है। चंपई ने कहा है कि सरकार को आदिवासी समाज की कोई चिंता नहीं है। आदिवासी समाज अपने मौलिक अधिकारों के लिए आज भी संघर्ष कर रहा है। पूर्व सीएमई ने झामुमो की मौजूदा कार्य प्रणाली पर असंतोष जाहिर किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की इन समस्याओं से केवल बीजेपी ही निपट सकती है। यही वजह है कि मेरा मन इस पार्टी से हट गया और मैंने भाजपा में शामिल होने का निर्णय ले लिया।
आदिवासी समाज की पहचान पर सवाल
चंपाई सोरेन ने हेमंत सरकार के खिलाफ बयान देते हुए कहा कि आज आदिवासी समाज की पहचान और सुरक्षा पर खतरा मंडरा रहा है। उनके अधिकारों के सरकार कोई कारगर कदम नहीं उठा रही है और न ही ऐसी कोई योजना है जिससे कुछ भला हो सके।
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पीएम मोदी और अमित शाह इस समस्या को हैंडल कर लेंगे
चंपाई ने भाजपा की कार्य प्रणाली की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और होम मिनिस्टर अमित शाह इस समस्या को ज्यादा बेहतर हैंडल कर सकते हैं। पिछले कुछ सालों में भाजपा ने आदिवासी समाज को आगे लाने के लिए कई जरूरू कदम उठाए हैं। प्रदेश सरकार न इसम मामले में कोई एक्शन ले रही है न ही कोई रिस्पॉन्स दे रही है।
हाईकोर्ट ने भी जताई है चिंता
झारखंड हाईकोर्ट में दायर की गई याचिका पर सुनवाई के दौरान कोर्ट ने बांग्लादेशियों की घुसपैठ पर चिंता जाहिर करने के साथ आदिवासियों की आबादी में हो रही लगातार गिरावट को गंभीरता से लिया है। परगना क्षेत्र के 6 जिलों में एसपी और कमिश्नर की ओर से दिए हलफनामे के विवरण में गिरावट देखी गई थी।