सार

झारखंड के गिरीडीह शहर से शर्मनाक खबर सामने आई है। यहां पुलिस रेड के दौरान एक मासूम की जान जाने का मामला सामने आया है। इस घटना की जानकारी मिलने के बाद सीएम सोरेन ने दिए जांच के आदेश। वहीं विपक्ष ने भी सरकार को घेरा।

गिरीडीह (giridih news).झारखंड के गिरीडीह शहर से शर्मनाक खबर सामने आई है। यहां बुधवार सुबह छापेमारी मारने गई प्रदेश पुलिस की बूट से कुचले जाने के बाद एक मासूम की जान चली गई। घटना के बाद इलाके में लोगों का पुलिस के खिलाफ आक्रोश है। वहीं मामले का पता चलने के बाद प्रदेश सुप्रीमों सोरेन ने संज्ञान लिया है। वहीं इस शर्मनाक घटना पर विपक्ष ने विरोध करते हुए केस दर्ज करने की मांग की है। मामला शहर के देवरी पुलिस थाने के कोशोडिंघी गांव का है। देवरी पुलिस पर ही मासूम को कुचलने का आरोप लगा है।

ये है पूरा घटनाक्रम

दरअसल बुधवार यानि आज की सुबह पुलिस ने एक मामले में दो वारंटियों को पकड़ने के लिए उनके घर जो कि कोशोडिंघी गांव में स्थित है वहां गई हुई थी। घर पहुंचने के बाद पुलिस वारंटी भूषण पांडेय की तलाश कर रही थी। इसके लिए उसका घर में घुसकर तलाश कर रही थी। इस दौरान घर के अन्य सभी बड़े बाहर निकल आए पर चार दिन पहले पैदा हुआ मासूम अंदर सो रहा था।

पुलिस के बूट से कुचले जाने के बाद निकल गई जान

पीड़िता मां और रमेश पांडे की पत्नी ने बाताया कि घर में घुसी पुलिस एक एक कमरे की तलाशी ले रही थी। इस दौरान उनका बच्चा वहीं कमरे में सो रहा था। जब पुलिस अपनी तलाश पूरी करके बाहर निकल गई तो मां अपने बच्चे के पास गई और उसे उठाया तो पता चला कि उसकी जान जा चुकी है। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि मासूम की मौत पुलिस के बूट से दबने के कारण गई है।

वारंटी ने पुलिस पर लगाए ये आरोप

वहीं पूरी घटनाक्रम पर वारंटी भूषण पांडे ने बताया कि पुलिस रेड का पता चलते ही वह पहले ही फरार हो गया था इसके बाद पुलिस जबरदस्ती बल का प्रयोग करते हुए दरवाजा खुलवाया और घर में घुसी। इसके बाद तलाशी शुरू की तो घर की महिलाएं बाहर आ गई जबकि मासूम छज्जे पर सो रहा था इसी दौरान वह उनके जूतों की चपेट में आने से जान चली गई।

सीएम ने दिए जांच के आदेश

जब इस घटना का पता सीएम हेमंत सोरेन को पता चला तो उन्होंने तुरंत मामले को संज्ञान में लेते हुए जांच के आदेश दिए है। इस पर पुलिस एसपी अमित रेणु ने बताया है कि जांच शुरू कर दी है बॉडी को पीएम के लिए भिजवाया है। उन्होंने कहा यदि जांच सही पाई जाती है तो दोषी पुलिसकर्मियों को नहीं बख्शा जाएगा। वहीं एसपी के आदेश के बाद डीएसपी संजय राणा और खोरीमहुआ SDPO मुकेश कुमार पूरे मामले की जानकारी ली है जबकि पुलिस निरीक्षक सहदेव प्रसाद जांच कर रहे है।

इस घटना पर जहां विपक्ष के भाजपा विधायक बाबूलाल मरांडी ने घटना को शर्मनाक बताते हुए प्रदेश सरकार को घेरा है। साथ ही सीएम से मांग की है कि मामले का सज्ञान लेते हुए दोषियों के खिलाफ केस दर्ज कर जेल भेजा जाए। वहीं पूरे गांव में देवरी पुलिस के खिलाफ गहरा रोष है।

 

 

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