झारखंड में मानव तस्करी की आए दिन कई घटनाए हो रही है। जिनमें अधिकतर मामले दिल्ली से जुड़े होते है। मानव तस्करी की शिकार झारखंड की 7 युवतियों को बचाकर दिल्ली से रांची लाई टीम। गरीब और भोले भाले लोग इनके शिकार बनते है।
झारखंड के चाईबासा में पिछले कुछ दिनों से अज्ञात बीमारी फैली हुई है, जिसमें 7 लोगों की जान जा चुकी है, साथ ही दर्जनों गंभीर रूप से बीमार है। गुरुवार 14 जुलाई को मेडिकल टीम ने स्पेशल किट से मलेरिया की जांच की और लोगों से बीमारी के सिंपटम्स पूछे।
राज्य में सर्पदंश के लिए मिलने वाले सरकारी लाभ के लिए जागरूकता अभियान की कोई योजना नहीं है। इसके बाद भी ग्रामीण इलाकों में सर्पदंश को लेकर लोगों में तरह-तरह के अंधविश्वास हैं। यहां इलाज से पहले लोग झाड़-फूंक करवाते हैं।
झारखंड में सीबीआई ने बड़ी कार्रवाही करते हुए प्रदेश की सीबीआई बोली- कोयले की आपूर्ति में किया गया लाखों का घोटाला। जनरल मैनेजर सहित हैड मैनेजर व 7 अन्य लोग अरेस्ट हुए है। लाखों टन का कोयला निजी कंपनियों को बेचा। 2020 के बाद से कर रही थी तलाश।
राजधानी रांची में कोरोना सबसे ज्यादा कहर बरपा रहा है। सबसे अधिक मरीज रांची में ही है। रांची में एक बार फिर से केस बढ़ने के बाद यहां लोगों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। लोगों से मास्क लगाने को कहा गया है।
झारखंड की दो बार राज्यपाल रह चुकी और एनडीए की राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी को झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी ने अपना सहयोग देने की घोषणा कर दी। कुछ दिन पहले ही प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू ने की थी प्रदेश की यात्रा।
झारखंड पुलिस को आरोपियों को पकड़ने में लगातार सफलता मिल रही है। कुछ दिन पहले ही पुलिस ने 25 लाख के इनामी नक्सली को पकड़ा था, अब एक बार फिर PLFI का एरिया कमांडर पकड़ाया है।
झारखंड में दो बड़े बदलाव किए गए है। पहला है कि रजिस्टर्ड वाहन को ही प्रदेश में मान्यता, दूसरा है जमीन रजिस्ट्री के लिए खतियान आवश्यक। लोगों में नियमों को लेकर नाराजगी दिख रही है।
झारखंड में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो चुके है कि वो लोग विटनेस को दिन दहाड़े कोर्ट रुम में धमकी दे रहे है। साथ ही बारह उन पर फायर कर जान से मारने की भी कोशिश की जा रही है। रांची में दी केस वापस लेने की धमकी, पलामू में गवाहों पर फायरिंग कर हत्या का प्रयास
झारखंड के वेस्ट सिंहभूम में बुधवार 13 जुलाई के दिन को मिलाकर हुई 7 मौतों के बाद गुरुवार 14 जुलाई के दिन स्वास्थ्य विभाग की टीम जिलें पहुंची और लोगों से बीमारी के बारें में पूछा, साथी उनको जरूरी दवाइयां दी और किट से जांच की गई।