10 दिनों के अवकाश के बाद 3 जनवरी को कोर्ट खुला था। चारा घोटाले के मामले की सुनवाई की तारीख भी तीन जनवरी निर्धारित थी। मुकदमा का सामना कर रहे आरोपियों को अपने अधिवक्ता के माध्यम से अदालत में उपस्थिति दर्ज करानी थी, लेकिन जज के संक्रमित होने के बाद सुनवाई टालनी पड़ी।