79th Independence Day: मध्यप्रदेश के सीएम मोहन यादव ने लाल परेड ग्राउंड से तिरंगा फहराकर विकास, निवेश, रोजगार, महिला सशक्तिकरण और किसान कल्याण की घोषणाएं कीं। भाषण में आत्मनिर्भर भारत से विकसित भारत की दिशा में प्रदेश की योजनाओं का रोडमैप पेश किया।

CM Mohan Yadav Independence Day Speech 2025: राजधानी के लाल परेड ग्राउंड पर 79वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने तिरंगा फहराकर प्रदेशवासियों को विकास की नई दिशा का भरोसा दिलाया। देशभक्ति गीतों से शुरू हुए इस कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि राज्य के कल्याण और विकास के रास्ते में कोई भी रुकावट बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

सीएम ने स्पष्ट किया कि गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी शक्ति के सशक्तिकरण के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने अपने भाषण में रोजगार, निवेश, स्वदेशी, खेल, पर्यटन, महिला सशक्तिकरण और पर्यावरण संरक्षण से लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा तक लगभग हर क्षेत्र पर योजनाओं और उपलब्धियों का ब्योरा दिया।

क्यों खास था इस बार का स्वतंत्रता दिवस भाषण?

सीएम यादव ने अपने संबोधन की शुरुआत स्वतंत्रता संग्राम के बलिदानियों को नमन करते हुए की। उन्होंने टंट्या मामा, रानी दुर्गावती, चंद्रशेखर आजाद और रानी लक्ष्मीबाई जैसे वीरों का उल्लेख कर युवाओं को प्रेरित किया। इसके बाद उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए कहा कि भारत ने विश्व को अपना सामर्थ्य दिखाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 11 साल के कार्यकाल को “अभूतपूर्व उपलब्धियों से भरा” बताते हुए उन्होंने भरोसा जताया कि भारत जल्द ही विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा।

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“आत्मनिर्भर भारत” से “विकसित भारत” तक का सफर

सीएम ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत सिर्फ सरकारी नारा नहीं, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों का अटल संकल्प है। उन्होंने ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘लोकल फॉर ग्लोबल’ को हर क्षेत्र में अपनाने की अपील की, चाहे वह खेती हो, टेक्नोलॉजी हो या रक्षा उत्पादन।

प्रदेश में 2025 को उद्योग एवं रोजगार वर्ष घोषित किया गया है। 15 नए औद्योगिक क्षेत्रों में 2,200 करोड़ का निवेश, 1,000 से ज्यादा इकाइयों को भूमि आवंटन और करीब 93,000 रोजगार सृजन की संभावना जैसे कदम, उनकी प्राथमिकताओं में शामिल रहे।

निवेश, रोजगार और खेल में बढ़ते कदम

मुख्यमंत्री ने बताया कि अगले पांच साल में 2.5 लाख सरकारी भर्तियों का लक्ष्य है। धार में पीएम मित्र पार्क से टेक्सटाइल उद्योग को नई पहचान मिलेगी, जबकि रायसेन में बीईएमएल रेल कोच फैक्ट्री औद्योगिक विकास को गति देगी। खेलों में भी मध्यप्रदेश ने चमक दिखाई है, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 6 स्वर्ण, 9 रजत और 6 कांस्य पदक, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर 200 से ज्यादा पदक खिलाड़ियों ने जीते।

महिलाओं और किसानों के लिए नई योजनाएं

मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना की राशि नवंबर से बढ़ाकर ₹1,500 प्रतिमाह करने की घोषणा हुई। ‘लखपति दीदी’ पहल से 10 लाख से अधिक परिवार आर्थिक रूप से सक्षम हुए हैं। किसानों को 5 रुपये प्रति यूनिट में बिजली, 32 लाख सोलर पंप, ₹2,600 प्रति क्विंटल गेहूं खरीद और 14 लाख किसानों को फसल बीमा राशि जैसी योजनाओं का ज़िक्र भी उन्होंने किया।

इंफ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी में बड़ा बदलाव

सीएम ने बताया कि नर्मदा प्रगति पथ, विंध्य एक्सप्रेसवे और बुंदेलखंड विकास पथ जैसे प्रोजेक्ट से प्रदेश का सड़क नेटवर्क बदलेगा। 55 लाख हेक्टेयर में सिंचाई, 78 लाख ग्रामीण परिवारों तक नल से पानी और नदियों को जोड़ने की परियोजनाएं जल संकट का समाधान बनेंगी। विमान सेवाओं का भी विस्तार हो रहा है, नए एयरपोर्ट शुरू हुए हैं और लक्ष्य है कि हर 150 किमी पर एक हवाई अड्डा हो।

पर्यटन और संस्कृति को मिला वैश्विक मंच

भोपाल से ग्वालियर तक, पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए होम-स्टे, यूनेस्को धरोहरों का विस्तार और धार्मिक पथ विकास जैसे प्रोजेक्ट चल रहे हैं। सिंहस्थ-2028 की तैयारियों के तहत शिप्रा नदी पर 30 किमी लंबे नए घाट बनाए जा रहे हैं।

“अभी तो असली उड़ान बाकी है”

समापन में सीएम ने अपने गीत “अभी तो असली उड़ान बाकी है…” के साथ संदेश दिया कि मध्यप्रदेश की विकास यात्रा अभी शुरू ही हुई है। उन्होंने भरोसा जताया कि जनता के सहयोग से आने वाले वर्षों में प्रदेश हर क्षेत्र में नए कीर्तिमान बनाएगा।

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