सार
मध्य प्रदेश की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन 1 अप्रैल से पटरियों पर दौड़ना शुरु कर देगी। पीएम नरेंन्द्र मोदी ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। ट्रेन की खूबियों की बात करें तो इसकी सीटें 180 डिग्री घूम जाती हैं। एक स्विच से पायलट से बात की जा सकती है।
भोपाल। मध्य प्रदेश की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन 1 अप्रैल से पटरियों पर दौड़ना शुरु कर देगी। पीएम नरेंन्द्र मोदी ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। ट्रेन की खूबियों की बात करें तो इसकी सीटें 180 डिग्री घूम जाती हैं। एक स्विच से पायलट से बात की जा सकती है। यह ट्रेन कमलापति स्टेशन से नई दिल्ली तक का सफर 7 घंटै 45 मिनट में तय करेगी। 694 किमी के इस दूरी को तय करने के लिए ट्रेन 92 किमी प्रति घंटा की स्पीड से चलेगी। ट्रेन में तकनीकी का बेजोड़ इस्तेमाल किया गया है। ट्रेन का ट्रायल भी शुरु हो चुका है।
जानकारी के अनुसार, पीएम नरेन्द्र मोदी ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के दौरान रानी कमलापति स्टेशन पर लगभग 20 मिनट रूकेंगे। प्लेटफार्म नम्बर 3 से ट्रेन को हरी झंडी दिखाई जाएगी। पीएम के आगमन को देखते हुए सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। चप्पे—चप्पे पर सुरक्षा बलों की नजर रहेगी। आइए हम आपको बताते हैं कि ट्रेन की क्या खूबिया हैं।
1. ट्रेन रूकने पर ही मेन गेट खुलेगा
हाईस्पीड ट्रेन के सभी दरवाजे ऑटोमैटिक हैं। सभी डोर स्लाडर पैटर्न पर ओपन और क्लोज होते हैं। ट्रेन का मुख्य गेट तभी खुलेगा, जब ट्रेन पूरी तरह रूक जाएगी। यदि ट्रेन में थोड़ा सा भी मूवमेंट है तो दरवाजे नहीं खुलेंगे। दरवाजे और व्हील्स को छोड़कर ट्रेन के बाकि सभी पार्ट्स देसी हैं।
2. सप्ताह में 6 दिन चलेगी
यह ट्रेन शनिवार को छोड़कर बाकि सभी दिनों में चलेगी यानि कि सप्ताह में 6 दिन चलेगी। सुबह 5:55 बजे ट्रेन कमलापति स्टेशन से चलकर दोपहर 01:45 बजे नई दिल्ली पहुंचेगी। बीना, आगरा और झांसी होते हुए जाएगी। पश्चिम मध्य रेलवे ट्रेन को संचालित करेगा। एक बार में 1128 पैसेंजर ट्रेन में यात्रा कर सकते हैं। ट्रेन में 14 एसी चेयर और 2 एग्जीक्यूटिव क्लास के कोच हैं।
3. ट्रेन की खासियत है इसकी डिजाइनिंग
ट्रेन की खास बात इसकी डिजाइन है। इसमें एयरो डायनामिक फ्रंट शेप के साथ कोलिजन अवॉइडेंस सिस्टम का भी इस्तेमाल किया है। इसका डायनामिक शेप हाई स्पीड में ट्रेन पर हवा के दबाव को कम करता है तो कोलिजन सिस्टम से यदि ट्रेन के इंजन के सामने दूसरा लोको इंजन आता है तो 380 मीटर की दूरी पर ट्रेन खुद रूक जाएगी। रेलवे फाटक पर खुद ही सीटी बजना शुरु हो जाएगी।
4. नल से लेकर हैंड ड्रायर तक सेंसर युक्त
ट्रेन में टायलेट में यूज किए गए नल और हैंड ड्रायर सब सेंसर युक्त हैं। गेट भी स्वचालित हैं। हर कोच में लग्जरी बायो वैक्यूम टॉयलेट हैं। इसकी खासियत है कि यह मल को पानी और गैस में बदल देता है। इसकी वजह से इसमें पानी का इस्तेमाल काफी कम होता है। बाथरूम में देसी और वेस्टर्न दोनों तरह की टॉयलेट सीट्स हैं। प्रेग्नेंट महिलाओं और दिव्यांगों के लिए खास इंतजाम हैं। कोच में भी दिव्यांगों के व्हीलचेयर पार्क करने की जगह है।
5. इमरजेंसी बटन भी, ड्राइवर को बता सकते हैं कोई परेशानी
वंदे भारत ट्रेन की हाईस्पीड 160 किलोमीटर प्रतिघंटा है और यह ट्रेन सिर्फ 52 सेकंड में 100 किमी प्रति घंटा की स्पीड पकड़ लेती है। पैसेंजर अपनी सीटों को 180 डिग्री तक घुमा सकते हैं। सीटें उसी दिशा में घुमाई जा सकेंगी, जिस दिशा में ट्रेन चल रही हो। यात्री अपन सीट पर बैठे बैठे टेम्प्रेचर को भी नियंत्रित कर सकते हैं।
6.ट्रेन में सपोर्टिंग स्टाफ भी
ट्रेन में सपोर्टिंग स्टाफ भी मौजूद रहेगा। ट्रेन में इमरजेंसी बटन भी उपलब्ध है। एक बटन दबाने पर पैसेंजर सीधे ट्रेन के ड्राइवर को अपनी दिक्कत बता सकता है। ब्रेक फास्ट-लंच की भी सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
7. ट्रेन में लाइटिंग की उम्दा व्यवस्था
ट्रेन में लाइटिंग की उम्दा व्यवस्था की गई है। सेंसर युक्त लाइट्स के बीच में अंगुली रखकर ही लाइट को ऑन और ऑफ किया जा सकेगा। कोच में 32 इंच का LED डिस्प्ले बोर्ड भी होगा, जो प्लेटफॉर्म और ट्रेन स्पीड से जुड़ी जानकारी दर्शाता रहेगा।
8. इस तरह डिजाइन कि यात्रियों को न पहुंचे नुकसान
आमतौर पर ट्रेनों के आगे लोहे का काऊ कैचर लगा देखा जा सकता है। यह ट्रेन के आगे आए किसी भी जानवर या चीज को कुचल देता है। पर वंदे भारत ट्रेन इस तरह डिजाइन किया गया है कि यदि इसके सामने कोई जानवर आएगा तो वह इसे उठाकर किनारे फेंक देगा। हालांकि इस प्रक्रिया में ट्रेन के फ्रंट का हिस्सा टूट जाता है। पर यात्री पूरी तरह सुरक्षित होते हैं।