मध्यप्रदेश की बेटी और वर्ल्डकप विजेता महिला क्रिकेटर क्रांति गौड़ का सीएम डॉ. मोहन यादव ने सम्मान किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने छतरपुर में नए क्रिकेट स्टेडियम और पिता की बहाली की घोषणा की। क्रांति ने अपने संघर्ष और सफलता की कहानी साझा की।
भोपाल। मध्यप्रदेश की क्रिकेट प्रतिभा और वर्ल्डकप विजेता टीम की सदस्य क्रांति गौड़ का गुरुवार को मुख्यमंत्री निवास में विशेष सम्मान किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने न केवल क्रांति की उपलब्धियों की सराहना की, बल्कि उनके पिता की बहाली के लिए भी प्रयास करने की घोषणा की। इस अवसर पर क्रांति के माता-पिता मुन्नालाल गौड़ और नीलम गौड़, साथ ही कोच राजीव बिरथरे भी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य की बेटियां आज हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही हैं। उन्होंने कहा, “क्रांति जैसी बेटियां हमारे समाज की प्रेरणा हैं। उन्होंने संघर्षों को सफलता में बदलकर यह साबित किया है कि मेहनत और संकल्प से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं।”
“फिटनेस और अनुशासन ही सफलता की कुंजी” - सीएम डॉ. मोहन यादव
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने सभी से फिटनेस और योग को जीवन का हिस्सा बनाने की अपील की। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग को विश्व स्तर पर पहचान दिलाई है। खिलाड़ी योग और ध्यान से न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक रूप से भी मजबूत बनते हैं।”
मुख्यमंत्री ने याद किया कि बचपन में वे अपनी मां के साथ शिप्रा नदी में स्नान करते थे और कहा कि खेलों से जुड़ने से जीवन में अनुशासन और ऊर्जा बनी रहती है।
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छतरपुर में नया क्रिकेट स्टेडियम और बिरसा मुंडा जयंती पर सम्मान की घोषणा
सीएम डॉ. यादव ने कहा कि छतरपुर जिले में एक नया क्रिकेट स्टेडियम बनाया जाएगा, ताकि ग्रामीण क्षेत्र की प्रतिभाएं आगे आ सकें। उन्होंने यह भी घोषणा की कि 15 नवंबर को बिरसा मुंडा जयंती पर जबलपुर में क्रांति गौड़ का विशेष सम्मान किया जाएगा।
क्रांति गौड़ ने बताए संघर्ष और टीम इंडिया के अनसुने राज
वर्ल्डकप विजेता खिलाड़ी क्रांति गौड़ ने कहा कि विश्वकप जीतना उनके जीवन का अविस्मरणीय पल है। उन्होंने कहा, “कभी ऐसा समय भी था जब एक दिन में केवल एक बार खाना मिलता था। लेकिन मैंने हार नहीं मानी, मेहनत जारी रखी।”
क्रांति ने बताया कि उन्होंने अपनी फिटनेस पर कड़ी मेहनत की और मीठा तक छोड़ दिया। योग और ध्यान ने उन्हें मानसिक रूप से मजबूत बनाए रखा। उन्होंने कहा कि “हमने सेमीफाइनल उस 4 महीने की बच्ची के लिए खेला था, जिसे उसकी मां क्रिकेटर बनाना चाहती थी। उस पल ने हमें अतिरिक्त ऊर्जा दी।”
क्रांति ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात को अपने जीवन का “सबसे प्रेरणादायक क्षण” बताया और कहा कि हर युवा खिलाड़ी को अपने सपनों के लिए संघर्ष करते रहना चाहिए।
राज्य सरकार दे रही खेलों को नई दिशा
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार खेल सुविधाओं के विकास के लिए लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने खिलाड़ियों के लिए प्रशिक्षण केंद्रों, स्टेडियम और फिटनेस सुविधाओं को आधुनिक बनाने की दिशा में योजनाओं की घोषणा की।
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